वाराणसी में अंतरप्रांतीय जहरखुरान कैंट स्टेशन से गिरफ्तार, यात्रियों को नमकीन खिलाकर बनाते थे शिकार
वाराणसी कैंट स्टेशन पर अंतर्राज्यीय जहरखुरान गिरोह को गिरफ्तार किया गया। यह गिरोह यात्रियों को नशीला नमकीन खिलाकर बेहोश करता था और फिर उनसे लूटपाट करता था। पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को धर दबोचा है, जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। रेलवे की सुरक्षा एजेंसियों ने शनिवार को कैंट स्टेशन स्थित प्लेटफार्म नंबर एक से दो अंतरप्रांतीय जहरखुरानो को गिरफ्तार कर लिया। जीआरपी ने विभिन्न धाराओं में चालान कर उन्हें जेल भेज दिया। दोनों के पास से नशीली गोली, नशीला पदार्थ मिश्रित नमकीन, मोबाइल फोन और पिछले आपराधिक मुकदमे से जुड़े पैसे भी बरामद हुए हैं।
गत 24 सितंबर को सुबह आसनसोल पैसेंजर में सवार बिहार के औरंगाबाद निवासी सतन पासवान और बनवारी पासवान को जहरखुरानो ने अपना शिकार बनाया था। घटना के बाबत दर्ज मुकदमे की पड़ताल में जुटी जीआरपी और आरपीएफ की नजर संदिग्धों को तलाश रही थी।
जीआरपी इंस्पेक्टर रजोल नागर के अनुसार जामताड़ा (झारखंड) नारायणपुर का रहने वाला दुर्योधन मंडल और संजय मंडल प्लेटफार्म नंबर एक के पूर्वी छोर पर यात्रियों को शिकार बनाने की योजना बना रहे थे। जिन्हें टीम ने धर दबोचा। तलाशी के दौरान उनके पास से घटना में प्रयुक्त नशीली गोली भी बरामद हुई है।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में उपनिरीक्षक राज बहादुर, हेड कांस्टेबल राम सिंह, सीआईबी के उपनिरीक्षक सुनील कुमार मिश्रा, एएसआई राकेश सिंह, आरपीएफ के हेड कांस्टेबल प्रमोद राय और कांस्टेबल रोहित शामिल थे।
दशक बाद सामने आई जहरखुरानी की घटना
खुफिया एजेंसी की सक्रियता और सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती के कारण रेल अपराध का ट्रेंड लगभग बदल गया था। जानकारी के अनुसार लगभग एक दशक के बाद जहरखुरानी का मामला कैंट स्टेशन पर सामने आया है। पकड़ में आए दुर्योधन मंडल और संजय मंडल अंतरप्रांतीय स्तर पर घटनाओं को अंजाम देते थे।
बिहार के मोकामा और पश्चिम बंगाल के हावड़ा सहित अन्य राज्यों में घटनाएं कर चुके। दिलवाली और छठ पूजा पर घर जाने वाले कामगार इन दोनों के निशाने पर थे।
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