Lucknow: लोकपाल के निर्णय के विरुद्ध अपील नहीं कर सकती बीमा कंपनी, निर्णय मानना बाध्यकारी
Lucknow news बीमा लोकपाल दिवस पर शुक्रवार को बीमा लोकपाल सहाय ने कहा कि लोकपाल द्वारा जारी फैसले को बीमा कंपनी मानने को बाध्यकारी है। बीते वर्ष बीमा लोकपाल में करीब 45 हजार शिकायतों में 90 प्रतिशत का निस्तारण समय से किया गया।

लखनऊ, [पुलक त्रिपाठी]। बीमा लोकपाल अतुल सहाय ने कहा कि अब बीमा कंपनियां दावों को लेकर टरकाने से पहले कई बार सोचने को मजबूर होंगी। क्योंकि बीमा लोकपाल अब मजबूती से उभर कर सामने आया है। बीमा कंपनी द्वारा 30 दिन तक दावों पर भुगतान न करने पर अपनी शिकायत बीमा लोकपाल से सीधा व ईमेल माध्यम से करें। इसके तहत शिकायत से लेकर निस्तारण तक न तो कोई वकील करने की आवश्यकता है और न ही किसी तरह का शुल्क देने की। 30 लाख रुपये तक के व्यक्तिगत बीमा दावों संबंधी शिकायत का निराकरण बीमा लोकपाल 90 दिन के भीतर करेगी। अभी तक बीमा लोकपाल की ओर से जारी फैसलों में 70 फीसदी फैसले शिकायतकर्ता के पक्ष में हुए हैं।
सरकार का प्रयास, जल्द हो बीमा संबंधी शिकायतों का निस्तारण
बीमा लोकपाल दिवस पर शुक्रवार को बीमा लोकपाल सहाय ने कहा कि लोकपाल द्वारा जारी फैसले को बीमा कंपनी मानने को बाध्यकारी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है की बीमा संबंधी शिकायतों का जल्द से जल्द निस्तारण हो। बीते वर्ष बीमा लोकपाल में करीब 45 हजार शिकायतें आई। इनमें 90 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण समय के भीतर ही कर लिया गया। उन्होंने बताया कि देश में लाइफ, नान लाइफ व हेल्थ की करीब 56 बीमा कंपनियां हैं।
बीमा कंपनियां जानकारी देने के लिए बाध्य
इनमें से किसी भी बीमा कंपनी के खिलाफ अगर कोई शिकायत है तो शिकायतकर्ता सीधे हमसे अपनी शिकायत कर सकता है। लोगों को इस ओर जागरूक करने के लिए ग्राहक को देने वाले जवाब में बीमा कंपनियों को यह लिखना बाध्यकारी कर दिया गया है कि अगर आप हमारे जवाब से संतुष्ट नहीं हैं तो आप बीमा लोकपाल से संपर्क कर सकते हैं। यही कारण है कि कंपनियों द्वारा ग्राहक को दिए जाने वाले जवाब में संबंधित शिकायतकर्ता के क्षेत्र का बीमा लोकपाल कहां पर बैठता है, ताकि शिकायतकर्ता आसानी से शिकायत कर सके।
एक नजर बीमा लोकपाल और उसकी सक्रियता पर
- लखनऊ स्थित बीमा लोकपाल द्वारा निस्तारित मामले 99.56 प्रतिशत
- बीते वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर लोकपाल द्वारा निस्तारित मामले 30596
- इस वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर लोकपाल द्वारा निस्तारित मामले 40527

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