Indian Railways : मुंबई की ट्रेनों में वेटिंग का टिकट भी नहीं, यात्री रिजर्वेशन सिस्टम में भी बदलाव
Indian Railways अब जिस श्रेणी में जनरल कोटा रिमोट लोकेशन कोटा और पूल कोटा में जितनी सीटें होंगी उसका 25 प्रतिशत तक ही वेटिंग लिस्ट के टिकट जारी होंगे। वेटिंग लिस्ट 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ते ही स्थिति रिग्रेट हो जाएगी। सेंटर आफ रेलवे इंफारमेशन सिस्टम ने यात्री रिजर्वेशन सिस्टम में यह बदलाव भी कर दिया है।

निशांत यादव, जागरण, लखनऊ : इंदिरा नगर निवासी कबीर शर्मा को 27 जून को परिवार के कार्यक्रम के सिलसिले में मुंबई जाना है। पुष्पक एक्सप्रेस की स्लीपर श्रेणी का आरक्षण का प्रयास किया तो स्थिति रिग्रेट निकली। उन्होंने एसी थर्ड, एसी थर्ड इकोनोमी, एसी सेकेंड और फिर एसी प्रथम तक में टिकट बनाने की कोशिश की, लेकिन सभी में रिग्रेट के कारण वेटिंग लिस्ट के टिकट अब नहीं बन रहे हैं। तीन जुलाई से पहले इस ट्रेन में एसी थर्ड का वेटिंग टिकट नहीं मिल पा रहा है।
रेलवे में 16 जून से लागू हुआ नया नियम पीक सीजन में उन यात्रियों पर भारी पड़ गया है जिन्होंने अपनी यात्रा का प्लान अचानक बनाया है या जिनको इमरजेंसी में सफर करना पड़ रहा है। मुंबई और भोपाल सहित देश के अधिकांश रूटों की ट्रेनों में इस माह के अंत तक रिग्रेट की स्थिति होने के कारण वेटिंग लिस्ट के टिकट नहीं बन पा रहे हैं। रेलवे ने 16 जून से स्लीपर और एसी सहित सभी प्रकार की आरक्षित श्रेणी में सीटों के सापेक्ष वेटिंग लिस्ट के टिकट जारी करने की सीमा 25 प्रतिशत कर दी है।
अब जिस श्रेणी में जनरल कोटा, रिमोट लोकेशन कोटा और पूल कोटा में जितनी सीटें होंगी, उसका 25 प्रतिशत तक ही वेटिंग लिस्ट के टिकट जारी होंगे। वेटिंग लिस्ट 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ते ही स्थिति रिग्रेट हो जाएगी। सेंटर आफ रेलवे इंफारमेशन सिस्टम ने यात्री रिजर्वेशन सिस्टम में यह बदलाव भी कर दिया है।
इसका असर यह हो रहा है कि भोपाल जाने के लिए प्रतापगढ़-भोपाल एक्सप्रेस, मुंबई जाने वाली कुशीनगर एक्सप्रेस, पुष्पक एक्सप्रेस, गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस, गोरखपुर-एलटीटी सुपरफास्ट, सीतापुर-एलटीटी एक्सप्रेस, सुलतानपुर-एलटीटी एक्सप्रेस, उद्योगनगरी एक्सप्रेस सहित अधिकांश ट्रेनें रिग्रेट हो गई हैं। छुट्टी मनाने देहरादून जाने के लिए जनता एक्सप्रेस की एसी फस्ट में 24 जून के बाद वेटिंग का टिकट मिल रहा है। स्लीपर का वेटिंग टिकट 15 जुलाई, स्लीपर का 16 जुलाई और एसी थर्ड इकोनोमी का 12 जुलाई व एसी थर्ड का 15 जुलाई से मिल रहा है।
नहीं चल रहीं पर्याप्त स्पेशल
पहले गर्मी की छुट्टी में लखनऊ से मुंबई के लिए ही एक से दो स्पेशल ट्रेनें चलती थीं। इस बार लखनऊ से आरंभ होने वाली एक भी स्पेशल ट्रेन नहीं है। रेलवे ने पहले चंडीगढ़ सहित कई रूटों के लिए जो स्पेशल ट्रेनें शुरू की हैं, उनमें छह स्पेशल ट्रेनों का संचालन 18 जून से अचानक निरस्त कर दिया गया है।
बहुत कम वेटिंग पर स्थिति हो रही रिग्रेट
पुष्पक एक्सप्रेस की एसी फस्ट में चार वेटिंग पर भी स्थिति रिग्रेट हो रही है। इसके अलावा एसी सेकंड में 29 जून को 19 वेटिंग पर, एसी थर्ड में 41 वेटिंग पर 28 जून को, एसी थर्ड इकोनोमी में 57 और स्लीपर में 56 वेटिंग पर ही टिकट बनाने पर रोक लग गई है। इसी तरह वीआइपी ट्रेन लखनऊ मेल में एसी प्रथम में 30 जून को पांच वेटिंग, एसी सेकेंड में 19 वेटिंग पर, एसी थर्ड में 34, स्लीपर में 84 और एसी थर्ड इकोनोमी में 23 वेटिंग पर ही स्थिति रिग्रेट हो रही है।
यात्रियों को मिल सकती है राहत
ऐसे यात्री जिनके पास कंफर्म टिकट हैं, उनको वेटिंग लिस्ट की सीमा तय होने पर राहत मिल सकती है। हालांकि कोच अटेंडेंट और टीटीआइ वेटिंग व बेटिकट यात्रियों को आरक्षित बोगियों में सफर कराते हैं। इसकी शिकायतें भी लगातार आ रही हैं।
इसलिए और बढ़ी परेशानी
ट्रेनों में सबसे अधिक जनरल कोटे की सीटें होती हैं। इसके बाद रिमोट लोकेशन और पूल कोटा होता है। आरंभिक स्टेशन से गंतव्य तक का टिकट बनाने पर जनरल कोटे की सीटें मिलती हैं। मसलन लखनऊ से मुंबई के लिए प्रतिदिन एक ही ट्रेन पुष्पक एक्सप्रेस है। इसके अलावा अधिकांश ट्रेनें गोरखपुर और बरौनी से आती हैं। इन ट्रेनों में रिमोट लोकेशन और पूल कोटा होने के कारण सीटों की संख्या बहुत कम हो जाती है।
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