मीट कंपनी ने कर्मचारियों के नाम पर भी खोली थी 12 'बोगस कंपनियां', 400 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा
संभल में इंडियन फ्रोजन फूड कंपनी द्वारा कर्मचारियों के नाम पर फर्जी कंपनियां खोलकर टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। आयकर विभाग की जाँच में 400 करोड़ की कर चोरी का पता चला है, साथ ही कई संपत्तियाँ भी मिली हैं। विभिन्न शहरों में छापेमारी की गई और कई कर्मचारियों से पूछताछ जारी है। फर्मों के खातों से निकाली गई रकम की जाँच की जा रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। संभल में मीट कारोबार करने वाली कंपनी इंडियन फ्रोजन फूड के संचालकों ने अपने कई कर्मचारियों के नाम भी बोगस कंपनियां खोली थीं। आयकर की जांच में ऐसी एक दर्जन बोगस कंपनियां सामने आई हैं, जिनके माध्यम से कर चोरी की गई।
इन कंपनियों के खातों से बड़ी रकम नकद निकाली गई, जिसके खर्च का ब्योरा नहीं मिला। सूत्रों का कहना है कि बोगस कंपनियों के जरिए कमाई गई रकम से संभल में कई कीमती जमीनें व एक व्यवसायिक भवन भी खरीदा गया।
आयकर इन संपत्तियों को लेकर भी अपनी छानबीन कर रहा है। छापेमारी के दौरान आयकर को लगभग 400 करोड़ रुपये की कर चोरी के सुराग मिले हैं। छापेमारी के दौरान लगभग चार करोड़ रुपये के जेवर व दो करोड़ रुपये नकद बरामद हुए हैं।
आयकर विभाग की टीमों ने सोमवार सुबह इंडियन फ्रोजन फूड कंपनी के संभल, बरेली, मुरादाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद व दिल्ली समेत एक दर्जन से अधिक शहरों में स्थित 30 ठिकानों पर छापेमारी की थी। संभल समेत अन्य कई ठिकानों पर आयकर की छानबीन गुरुवार तक चली।
इस दौरान कई बोगस फर्मों, बैंक खातों व संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज कब्जे में लिए गए। कई कर्मचारियों से भी लंबी पूछताछ की गई। इनमें कुछ ऐसे कर्मचारी भी शामिल रहे, जिनके नाम पर बोगस फर्म बनाई गई और उसके माध्यम से मीट कारोबार किया गया। पिछले कुछ वर्षों में इन फर्मों के खातों से कब कितनी रकम नकद निकाली गई और उसका निवेश कहां किया गया।
ऐसे कई बिंदुओं पर पड़ताल जारी है। छापेमारी के दौरान कई कर्मचारी अपने फोन छोड़कर भाग गए थे। संभल में कुछ स्थानों पर महिलाओं को आगे कर आयकर की टीमों को रोकने का प्रयास भी किया गया। आयकर अधिकारियों को संभल पुलिस की मदद लेनी पड़ी। कुछ स्थानों पर अलमारी तोड़कर भी दस्तावेज कब्जे में लिए गए।
आयकर विभाग को इंडियन फ्रोजन फूड कंपनी के संचालकों द्वारा बड़े पैमाने पर कर चोरी की शिकायतें मिली थीं। इसके बाद छानबीन शुरू की गई थी। आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मीट कारोबार से जुड़ी कई फर्म जांच के घेरे में हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।