Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    यूपी में बढ़ाई जाए पर्यटकों के ठहरने की सुविधाः जयवीर, होम स्टे शुल्क कम करने के दिए निर्देश

    Updated: Fri, 17 Oct 2025 02:00 AM (IST)

    पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने में पर्यटन विभाग का महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने पर्यटकों के ठहरने की सुविधा बढ़ाने और होम स्टे के शुल्क को कम करने के निर्देश दिए। डेलायट कंपनी की रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए, उन्होंने पर्यटन नीतियों में संशोधन की आवश्यकता पर बल दिया।

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा है कि राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन विभाग का योगदान सबसे अहम होगा। इसके लिए जरूरी है कि राज्य में आने वाले पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा दिनों तक रोका जाए। पर्यटकों के ठहरने की सुविधा बढ़ाई जाए, जिससे उन्हें रुकने में कोई परेशानी न हो।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    साथ ही पर्यटकों से कमरों के लिए ज्यादा राशि न ली जाए। उन्होंने होम स्टे के लिए निर्धारित किए गए दो से तीन हजार रुपये को कम किए जाने के निर्देश दिए।

    गुरुवार को पर्यटन भवन में डेलायट कंपनी द्वारा पर्यटन के क्षेत्र को लेकर तैयार की रिपोर्ट की उन्होंने समीक्षा की। कहा कि जरूरत हो तो होम और बेड एंड ब्रेक फास्ट नीति में संशोधन किया जाए। बैठक में प्रमुख सचिव अमृत अभिजात व महानिदेशक राजेश कुमार द्वितीय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

    दीपोत्सव में दीये की लौ से रोशन होगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था

    अयोध्या में 19 अक्टूबर को आयोजित होने वाले दीपोत्सव को लेकर ग्रामीण महिलाओं ने पांच लाख दिये तैयार किए हैं। इन महिलाओं को पर्यटन विभाग की पहल पर प्रशिक्षित किया गया है। इनके द्वारा तैयार दियों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था की लौ रोशन होगी।

    पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए इस बार ग्रामीण महिलाओं के हाथों से बने दीयों से रामनगरी जगमगाएगी। इन दीयों की चमक न केवल दीपोत्सव की दिव्यता को और बढ़ाएगी, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।

    अयोध्या के गौराछार, रामपुरवा और बाराबंकी जिले के भगहर झील क्षेत्र के गांवों की महिलाओं राम कथा पार्क में अपने दीयों और हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री के लिए निश्शुल्क स्टाल प्रदान किए गए हैं।