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    यूपी में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई, 35 टीमें लखनऊ-मुरादाबाद समेत कई जिलों में कर रहीं छानबीन

    Updated: Thu, 12 Dec 2024 11:22 AM (IST)

    आयकर विभाग ने उत्तर प्रदेश में बड़ी कार्रवाई की है। लखनऊ हरदोई मुरादाबाद सहित कई जिलों में केमिकल और मार्बल व्यापारियों के घरों और गोदामों का सर्वे कि ...और पढ़ें

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। आयकर देने में आनाकानी करने वाले निशाने पर हैं। आयकर विभाग की करीब 35 टीमों ने गुरुवार सुबह से लेकर शाम तक लखनऊ, बरेली, नोएडा, हरदोई, मुरादाबाद आदि स्थानों पर छानबीन करने में जुटी हैं कि आखिर आयकर चोरी के कौन कौन तरीके अपनाए गए। केमिकल व मार्बल व्यापारियों के घर व गोदामों पर 12 घंटे से पड़ताल चल रही है लेकिन, सर्वे खत्म होने का नाम नहीं ले रहा।

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    ऐशबाग निवासी केमिकल व्यापारी विशाल स्वरूप अग्रवाल हरदोई जिले के संडीला में दो फैक्ट्रियां इंडियन पेस्टीसाइड लिमिटेड व स्वरूप केमिकल प्राइवेट लिमिटेड का संचालन कर रहे हैं, आरोप है कि ये फैक्ट्रियां 2021 में लगी और बड़ा टर्नओवर कर रही हैं लेकिन, उसके सापेक्ष आयकर नहीं दिया जा रहा।

    विभाग कई माह से इनकी निगरानी कर रहा था। एक फैक्ट्री का राजधानी के देवां रोड पर होने का भी पता चला है। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि स्वरूप के ऐशबाग आवास, इंदिरा नगर में रह रहे फैक्ट्री के निदेशक व संडीला, देवां आदि स्थानों पर आयकर विभाग की कई टीमें सर्वे कर रही हैं। फैक्ट्री का स्टाक व गोदाम में रखा माल आदि का मिलान चल रहा है।

    लखनऊ में ही करीब आठ स्थानों पर छानबीन होने का दावा किया जा रहा। ऐसे ही एचएएल के सामने इंदिरा नगर में ही एके जैन व डीके जैन मार्बल्स के यहां भी आयकर विभाग की टीमें सर्वे कर रही हैं। इन पर भी आयकर दाखिल करने में गड़बड़ी करने का आरोप है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर सर्वे होने की पुष्टि की है, लेकिन यह नहीं बताया कि 12 घंटे में टीमों को हासिल क्या हुआ है।

    गैंगस्टर को तीन वर्ज की सजा

    गैंगस्टर एक्ट की धाराओं में दोषी करार दिए गए गोविंद पासी को गैगस्टर एक्ट के विशेष न्यायाधीश पुष्कर उपाध्याय ने तीन वर्ष की सजा सुनाई है। साथ ही पांच हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है।

    विशेष लोक अभियोजक लक्ष्मण प्रसाद दीक्षित ने कोर्ट को बताया कि थाना इटौंजा के प्रभारी निरीक्षक ने मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें बताया कि छह दिसंबर 1997 वह अपनी टीम के साथ गस्त पर था।

    सूचना मिली कि दोषी एक संगठित गिरोह का संचालन करता है। वह सहअभियुक्त लल्लू के साथ मिलकर क्षेत्र में चोरी, लूट करता है साथ ही अवैध हथियार रखता है। जांच मे पाया गया कि उनपर कई थानो में अलग अलग मुकदमे दर्ज हैं।