UP Civic Election: यूपी निकाय चुनाव 2017 में कांग्रेस के बड़ी संख्या में प्रत्याशी नहीं बचा सके थे जमानत राशि
यूपी निकाय चुनाव 2017 में कांग्रेस सबसे फिसड्डी पार्टी साबित हुई थी। पिछले चुनाव में सिर्फ छह प्रतिशत पर जीत मिली थी जबकि 87 प्रतिशत पर जमानत राशि ...और पढ़ें

लखनऊ, [शोभित श्रीवास्तव]। पिछले नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन सबसे खराब था। हारने में अव्वल रहने वाली कांग्रेस के बड़ी संख्या में प्रत्याशी अपनी जमानत राशि भी नहीं बचा सके थे। मेयर व अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के सिर्फ छह प्रतिशत प्रत्याशी जीते थे जबकि 87 प्रतिशत की जमानत नहीं बची थी। बसपा की स्थिति भी कांग्रेस से ज्यादा जुटा नहीं थी। उसके 73 प्रतिशत प्रत्याशियों के अलावा सपा के 51 प्रतिशत मेयर व अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों को जमानत राशि से हाथ धोना पड़ा था। सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली भाजपा के 39 प्रतिशत प्रत्याशियों की ही जमानत राशि जब्त हुई थी।
वर्ष 2017 में 652 नगरीय निकायों के चुनाव में मेयर के 16 पदों पर सभी प्रमुख पार्टियों ने उम्मीदवार उतारे थे। भाजपा ने 14 जबकि बसपा ने दो पर जीत दर्ज की थी। बसपा के 11, सपा व कांग्रेस के 10-10 मेयर प्रत्याशी जमानत नहीं बचा पाए थे। 194 नगर पालिका अध्यक्ष के पद पर चुनाव लड़ने वाली भाजपा को 70 सीटों पर सफलता मिली थी जबकि 44 प्रत्याशी जमानत नहीं बचा पाए थे। बसपा चुनाव तो 186 सीटों पर लड़ी लेकिन उसे सफलता सिर्फ 29 सीटों पर मिली।
पार्टी के 131 प्रत्याशी जमानत नहीं बचा सके थे। नगर पालिका अध्यक्ष की 190 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली सपा को 45 सीटों पर सफलता मिली थी। 83 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। कांग्रेस 163 सीटों पर चुनाव लड़ी जिसमें मात्र नौ सीटों पर ही उसे सफलता मिली। उसके 147 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई। नगर पंचायत अध्यक्ष की 414 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली भाजपा को 100 सीटों पर सफलता मिली जबकि 199 प्रत्याशी जमानत नहीं बचा सके।
बसपा ने 357 नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी उतारे थे जिसमें से 45 जीती थी। 268 प्रत्याशियों की जमानत नहीं बची थी। 380 सीटों पर प्रत्याशी उतारने वाली सपा को 83 सीटों पर जीत मिली थी। उसके 207 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। 266 सीटों पर लड़ने वाली कांग्रेस को सफलता सिर्फ 17 सीटों पर मिली जबकि उसके 230 प्रत्याशी जमानत बचाने लायक भी वोट नहीं पा सके। रालोद के 91.51 प्रतिशत, आम आदमी पार्टी के 98.71 प्रतिशत प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई थी। ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम 50 सीटों पर चुनाव लड़ी लेकिन 49 पर उसकी जमानत जब्त हो गई थी।
ऐसे जब्त होगी है जमानत
जब कोई उम्मीदवार सीट पर पड़े कुल वैध मतों का 1/6 यानी 16.66 प्रतिशत वोट हासिल नहीं कर पाता तो उसकी जमानत राशि जब्त होती है।

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