Religion Conversion Gang : यूपी एटीएस की गिरफ्त में अवैध मतांतरण का सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा
Illegal Religion Conversion Gang Busted एटीएस ने जब स्थानीय पुलिस की मदद से जांच की तो पता चला कि जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के बलरामपुर के निवास पर तीन-चार वर्षों से नवीन घनश्याम रोहरा रोहरा निवासी मुंबई नवीन की पत्नी नीतू नवीन रोहरा पुत्री समाले नवीन रोहरा के साथ रहता था।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : धन, विदेश में नौकरी और व्यवसाय कराने का लालच देकर सैकड़ों लोगों का मतांतरण कराने वाले गिरोह के सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को उत्तर प्रदेश एटीएस ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 50 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था। आजमगढ के थाना देवगांव में छांगुर बाबा के सहयोगियों / रिश्तेदारों के विरुद्ध अवैध मतांतरण के केस पंजीकृत हैं।
अवैध मतांतरण के नेटवर्क के सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पुत्र करीमउल्ला शाह निवासी ग्राम रेहरा माफी, थाना गैंडास, बलरामपुर को एटीएस ने गिरफ्तार करने के लिए शुक्रवार रात को अभियान चलाया था। उसके खिलाफ ग्राम मधपुर, थाना उतरौला, जनपद बलरामपुर में पीर साहब, नसरीन, जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा, व महबूब आदि के नाम से कई संदिग्धों को पनाह देने के साथ विदेशी फंडिंग से एक वर्ष में करोड़ों रुपये की संपत्ति, शोरूम, बंगला, लग्जरी गाडियों को क्रय करने की शिकायत थी। जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा गैंग के सदस्यों ने लगभग 40 बार इस्लामिक देशों में यात्रा की। गैंग के सदस्यों ने खुद के नाम एवं अलग-अलग संस्थाओं के नाम से 40 से भी ज्यादा खाते खुलवाए थे, जिनमें लगभग सौ करोड़ रुपये की धनराशि का लेन देन हुआ है ।
छांगुर बाबा ने कराया मतांतरण
एटीएस ने जब स्थानीय पुलिस की मदद से जांच की तो पता चला कि जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के बलरामपुर के निवास पर तीन-चार वर्षों से नवीन घनश्याम रोहरा रोहरा निवासी मुंबई, नवीन की पत्नी नीतू नवीन रोहरा, पुत्री समाले नवीन रोहरा के साथ रहता था। तीनों सिंधी है और जिनका ब्रेनवाश करके छांगुर शाह ने इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिये उत्प्रेरित किया गया।
इस्लाम धर्म स्वीकार करने के उपरान्त तीनों ने अपने नाम क्रमशः जमालुद्दीन, नसरीन व सबीहा रख लिया था। जिनके साथ छांगुर बाबा ग्राम मधपुर में चांद औलिया दरगाह के बगल में रह रहा है। वह अपने को पीर बाबा व सूफी बासफा हजरत बाबा जमालुद्दीन कहता है। उसने शिजर-ए-तैय्यबा नाम से एक पुस्तक भी छपवा रखी है जिसके माध्यम से इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार करता है ।
प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराना
लखनऊ की गुंजा गुप्ता पुत्री अवधेश कुमार गुप्ता को अबू अंसारी कपटपूर्वक हिंदू अमित रखकर प्रेम जाल में फंसाकर छांगुर शाह के पास दरगाह ले गया। जहां नीतू उर्फ नसरीन, नवीन उर्फ जमालुददीन आदि ने गुन्जा गुप्ता का ब्रेनवाश करके खुशहाल जीवन का प्रलोभन देकर इस्लाम धर्म स्वीकार कराकर, अलीना अंसारी नाम रख दिया गया।
धर्म परिवर्तन कराने की तय है धनराशि
हिंदू धर्म के ब्राह्मण, सरदार अथवा क्षत्रिय की लड़की को इस्लाम स्वीकार कराने पर 15-16 लाख रुपये, पिछड़ी जाति की लड़की को दस से बारह लाख रूपयें व अन्य जाति की लड़कियों को आठ से दस लाख रूपये निर्धारित की गई थी । गैंग का सरगना छांगुर बाबा और उसके साथी महबूब, जमालुद्दीन, पिंकी हरिजन, हाजिरा शंकर, एमेन रिजवी (कथित पत्रकार), सगीर, नीतू रोहरा आदि गरीब/असहाय व्यक्तियों को मतांरण के लिए टारगेट करते थे और बात न मानने पर अभियोग पंजीकृत कराकर दबाव बनाते हैं।
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