Illegal Mining in UP: अवैध खनन पर हुई सख्ती सचिव ने मीरजापुर में की जांच
Illegal Mining in UP: खनन क्षेत्रों में निरंतर निगरानी रखी जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि खनन और परिवहन में उपयोग होने वाले सभी वाहन विभागीय पोर्टल पर पंजीकृत हों। जिन वाहनों का पंजीकरण नहीं है, उन्हें पास जारी नहीं किया जाएगा।

सचिव, भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग माला श्नीवास्तव का मीरजापुर में खनन क्षेत्रों का दौरा
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: प्रदेश में अवैध खनन पर भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है। रविवार को विभागीय सचिव माला श्नीवास्तव ने मीरजापुर में खनन क्षेत्रों का दौरा कर व्यापक जांच की। खदानों, कटर प्लांट और स्टोन केशरों का स्थलीय व अभिलेखीय निरीक्षण किया और खनन पट्टाधारकों को सख्त चेतावनी दी कि नियमों का उल्लंघन करने पर कठोर कार्रवाई होगी। राजस्व क्षति की भरपाई भी करानी पड़ेगी।
सचिव माला श्नीवास्तव ने मीरजापुर की तहसील सदर, चुनार और मड़िहान में संचालित इमारती पत्थर (सैंडस्टोन) के खनन पट्टों की जांच की। जांच के दौरान सचिव ने निर्देश दिया कि खनन पट्टाधारक केवल उसी उप खनिज का खनन करें, जिसकी आइडी विभागीय पोर्टल पर पंजीकृत है। यदि किसी पट्टे में गिट्टी या बोल्डर की आइडी बनी है और वहां से पटिया या ब्लाक का खनन पाया गया, तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि खनन क्षेत्रों में निरंतर निगरानी रखी जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि खनन और परिवहन में उपयोग होने वाले सभी वाहन विभागीय पोर्टल पर पंजीकृत हों। जिन वाहनों का पंजीकरण नहीं है, उन्हें पास जारी नहीं किया जाएगा।
सचिव ने खनन पट्टाधारकों और भंडारण स्वामियों को चेतावनी दी कि सभी नियमों और शर्तों का पालन अनिवार्य है। विभागीय टीमों को निर्देश दिया गया कि वे समय-समय पर निरीक्षण कर अवैध खनन पर रोक लगाएं और सरकारी राजस्व की हानि न होने दें। इस दौरान क्षेत्रीय अधिकारी, प्रवर्तन अधिकारी, ज्येष्ठ खान अधिकारी सोनभद्र सहित जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।
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