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    IGRS पोर्टल में गौतमबुद्धनगर और श्रावस्ती सबसे आगे, जानिए अन्य जिलों का हाल

    Updated: Fri, 22 Aug 2025 08:56 PM (IST)

    IGRS UP | UP News | Lucknow News | जनसुनवाई प्रणाली (आईजीआरएस) की जुलाई माह की रिपोर्ट में गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने सबसे अधिक संतुष्ट फीडबैक पाकर पहला स्थान प्राप्त किया है। वहीं जिलाधिकारी स्तर पर श्रावस्ती जिले ने बाजी मारी है। मुख्यमंत्री ने शिकायत निस्तारण में पारदर्शिता और जवाबदेही पर जोर दिया है।

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    आइजीआरएस पोर्टल में गौतमबुद्धनगर और श्रावस्ती सबसे आगे।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। जनसुनवाई प्रणाली (आइजीआरएस) की जुलाई माह की रिपोर्ट में पुलिस कमिश्नर, एसएसपी और एसपी स्तर पर गौतमबुद्धनगर ने सबसे अधिक संतुष्ट फीडबैक हासिल कर शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। जिलाधिकारी स्तर पर श्रावस्ती जिले ने बाजी मारी है।

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    गौतमबुद्धनगर को 98.72 प्रतिशत संतुष्ट फीडबैक मिला है। इसके बाद पीलीभीत 98.23 प्रतिशत, बलिया 96.04 प्रतिशत, बस्ती 95.43 प्रतिशत और श्रावस्ती को 95.14 प्रतिशत संतुष्ट फीडबैक मिला है। इन जिलों ने शिकायतों के समयबद्ध और प्रभावी निस्तारण में बेहतर कार्य किया है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने शुक्रवार को आइजीआरएस की यह रिपोर्ट रखी गई। जिलाधिकारी स्तर पर श्रावस्ती जिला 90.2 प्रतिशत, शाहजहांपुर 89.08 प्रतिशत, बलरामपुर 83.44 प्रतिशत, हमीरपुर 82.15 प्रतिशत और बरेली 80.11 प्रतिशत रहे हैं।

    इन जिलों में डीएम स्तर पर की गई कार्रवाई से शिकायतकर्ता संतुष्ट हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि शिकायत जिस अधिकारी से संबंधित हो, उसकी जांच उसी अधिकारी को न दी जाए। शिकायतों की जांच उच्चाधिकारियों से कराना अनिवार्य किया जाए ताकि न्याय और पारदर्शिता बनी रहे।

    उन्होंने यह भी कहा कि यदि शिकायत गलत ढंग से निस्तारित कर बंद कर दी गई तो संबंधित अधिकारी व कर्मचारी पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। जिलास्तर पर एडीएम, एएसपी, डीसीपी या अन्य वरिष्ठ अधिकारी को नामित किया जाए, जो शिकायतें स्पेशल क्लोज करने से पहले शिकायतकर्ता से वार्ता कर उसे संतुष्ट करने का प्रयास करें।

    मुख्यमंत्री ने दोहराया कि जनसुनवाई प्रणाली जनता और सरकार के बीच सीधा संवाद बनाने के लिए सशक्त किया जा रहा है। शिकायतों के समाधान में पारदर्शिता, जवाबदेही और संवेदनशीलता सरकार की प्राथमिकता है।