मुख्यमंत्री की हिदायतः बुंदेलखंड में पेयजल किल्लत हुई तो नपेंगे अफसर
बुंदेलखंड में किसी भी स्थिति में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। आदमी हो या पशु-पक्षी, अधिकारी सबके लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करायें नहीं तो संबंधित अधिकारी कार्रवाई को तैयार रहे।
लखनऊ (जेएनएन)। बुंदेलखंड में किसी भी स्थिति में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। आदमी हो या पशु-पक्षी, अधिकारी सबके लिए जरूरत के अनुसार पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के मुकम्मल उपाय करें। इस बारे में कोई शिकायत मिली तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
यह बातें मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ ने कही। वह शनिवार को बुंदेलखंड क्षेत्र की सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। निर्देश दिया कि सिंचाई योजनाओं को तय समय से पहले और पूरे मानक के साथ पूरा कराएं। आवंटित पैसे का जनहित में मुकम्मल उपयोग होना चाहिए।
#UPCM श्री योगी आदित्यनाथ ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र में चल रही विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा की। #Bundelkhand
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 1, 2017
विभागीय अफसरों ने मुख्यमंत्री को वहां की प्रमुख योजनाओं के बारे में बताया। यह भी बताया कि बुंदेलखंड में मौजूद सभी 29 जलाशयों में भरपूर पानी उपलब्ध है। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्वांचल की बाढ़ की समस्या से निपटने की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बाढग़्रस्त क्षेत्रों में नदी बहुत तेजी से कटान करती है। समय से इसे रोकने की तैयारी कर लें। जरूरत के अनुसार बंधों के संवेदनशील स्थानों पर ठोकर बनाएं।
अगर कोई क्षेत्र कटान के प्रति अधिक संवेदनशील है तो वहां नदी की धारा बदलने के उपायों के बारे में भी सोच सकते हैं। बाढ़ नियंत्रण के तहत होने वाले सभी कार्यों की वीडियोग्राफी कराने का भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया। बैठक में सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह सहित अन्य विभागीय अफसर मौजूद थे।
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