IAS Rhythm Anand: पहली बार किसी ट्रेनी IAS को मिली ये जिम्मेदारी, रिदम आनंद को सौंपा गया अतिरिक्त प्रभार
लखनऊ से खबर है कि सुल्तानपुर में पहली बार एक प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी रिदम आनंद को खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। जिलाधिकारी कुमार हर्ष के इस फैसले से बेसिक शिक्षा निदेशालय में चर्चा शुरू हो गई है। रिदम आनंद को प्रतापपुर कमैचा का दायित्व सौंपा गया है जहाँ वे स्कूलों की शिक्षा शिक्षकों की उपस्थिति और सरकारी योजनाओं की निगरानी करेंगी।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। आमतौर पर खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) का पद बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास होता है, लेकिन सुलतानपुर में पहली बार एक प्रशिक्षु आइएएस को यह जिम्मेदारी दी गई है। जिलाधिकारी कुमार हर्ष ने प्रशिक्षु आइएएस रिदम आनंद को प्रतापपुर कमैचा का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
अब रिदम आनंद भदैंया के साथ-साथ प्रतापपुर कमैचा के खंड शिक्षा अधिकारी का दायित्व भी संभालेंगी। जिलाधिकारी का यह आदेश बेसिक शिक्षा निदेशालय पहुंचा है तो यह चर्चा का विषय बन गया। आइएएस जैसे शीर्ष अधिकारी भी क्या खंड शिक्षा अधिकारी बनाएं जा सकते हैं?
वैसे खंड शिक्षा अधिकारी का काम आसान नहीं होता। उन्हें अपने क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों की पढ़ाई, शिक्षकों की उपस्थिति, मिड-डे मील की व्यवस्था, निरीक्षण और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी करनी होती है।
इसके अलावा विद्यालयों की गुणवत्ता सुधारने और बच्चों की शिक्षा पर लगातार नजर रखना भी उनकी बड़ी जिम्मेदारी होती है। प्रशिक्षु आइएएस को यह दायित्व मिलने के बाद विभागीय अधिकारी और शिक्षक समुदाय उत्सुक है कि वह इस चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी को कैसे निभाती हैं। जिलाधिकारी के इस फैसले को कई लोग प्रशासनिक प्रयोग के तौर पर देख रहे हैं।
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