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    बांग्लादेश में हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचार पर प्रदेशभर में प्रदर्शन, सनातन धर्म के विद्वानों ने की निंदा

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 02:00 AM (IST)

    बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में सोमवार को प्रदेश के कई स्थानों पर प्रदर्शन हुए। प्रयागराज में द्वारका शारदा पीठ के शंकरा ...और पढ़ें

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    जागरण टीम, लखनऊ। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में सोमवार को प्रदेश में कई जगह प्रदर्शन किया गया। प्रयागराज में द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती का शिविर लगाने के लिए सोमवार को हुए भूमि पूजन में संत और सनातन धर्म के जुटे विद्वानों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की निंदा की।

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    इस दौरान संतों ने सनातन धर्म व राष्ट्र के समक्ष व्याप्त चुनौतियों पर चिंतन किया। श्रीधरानंद ने कहा कि द्वारका शारदा पीठ के शिविर में बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा के लिए अनुष्ठान कराया जाएगा। निर्मल अखाड़ा के सचिव महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री ने कहा जरूरत पड़ी तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा। इधर, वाराणसी में संत स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि बांग्लादेश से आ रहीं बर्बर सूचनाएं हृदय को दुखी कर रही हैं।

    प्रार्थना का ही नही, न्याय के लिए हुंकार भरने का भी प्रयास

    ईश निंदा के मिथ्या व आधारहीन आरोप में निर्दोष दीपू चंद्र दास को जिस प्रकार उन्मादी भीड़ ने जला दिया, यह समय केवल प्रार्थना का नही बल्कि न्याय के लिए हुंकार भरने का भी है। प्रयागराज में अधिवक्ताओं का प्रतिनिधिमंडल लोक विकास मंच संयोजक आचार्य राजेश त्रिपाठी के नेतृत्व में सोमवार को कचहरी पहुंचा।

    यहां जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र संघ और विश्व मानवाधिकार आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराकर हिंदू हितों की रक्षा की जाए। बरेली मंडल में भी शाहजहांपुर और पीलीभीत में बांग्लादेश के प्रधानमंत्री का पुतला फूंका गया।

    मेरठ में हिंदू स्वाभिमान परिषद ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। बिजनौर में अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, बागपत में हिंदू रक्षा दल ने बांग्लादेश में मारे गए युवक की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।