हैलो डॉक्टर! किन लोगों को है Brain Stroke का ज्यादा खतरा? एक्सपर्ट्स से जानें लक्षण और बचाव के तरीके
अप्रैल के पहले सप्ताह में उत्तर भारत में गर्मी का असर बढ़ने लगा है जिससे हीट स्ट्रोक और ब्रेन स्ट्रोक के मामलों में इजाफा हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि खासकर हाई ब्लड प्रेशर डायबिटीज मोटापा और हृदय रोग जैसे समस्याओं से ग्रस्त लोग अधिक जोखिम में होते हैं। इस मौसम में शरीर को हाइड्रेटेड रखना नियमित दवाइयों का सेवन ही गर्मी से बचाव करत सकता है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। यूपी सहित उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में अभी से गर्मी का असर दिखना शुरू हो गया है। अप्रैल के पहले सप्ताह में ही मई की तरह लू के थपेड़े परेशान करने लगे हैं। मौसम विभाग ने इस बार अधिकतम पारा 50 डिग्री सेल्सियस पार करने की चेतावनी दी है।
तापमान में वृद्धि के साथ ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़ने लगते हैं। ऐसे मौसम में, जिन लोगों को पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, धूमपान व शराब की आदत, मोटापा, सांस लेने में परेशानी और हृदय रोग जैसी समस्याएं हैं, उनमें हीट स्ट्रोक से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा दो गुणा से अधिक होता है।
पिछले एक सप्ताह में इस तरह के मरीज इमरजेंसी में आने लगे हैं। ऐसे रोगी इलाज में कतई लापरवाही न करें और नियमित दवा लें। भोजन कम करें। हर दिन तीन-साढ़े लीटर तरल पदार्थ का सेवन करें। रोजाना सुबह 30 मिनट पैदल चलने और सूर्य नमस्कार की आदत डालें।
ऐसा करके ब्रेन स्ट्रोक ही नहीं, बल्कि अन्य बीमारियों से काफी हद तक बचाव संभव है। ये अहम जानकारी गुरुवार को दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोलाजी विभाग में एडिशनल प्रो. डॉ. अब्दुल कवि ने दी। उन्होंने कई पाठकों के सवालों के जवाब दिए।
प्रश्न- मेरा 14 साल का बेटा है। हाल ही में उसकी नाक से खून आया था। जांच कराया तो हाई बीपी और थायराइड निकला। सिर के मध्य हिस्से में अक्सर दर्द होता है। क्या करें?- कल्पना शर्मा, लखनऊ
उत्तर- एक सप्ताह तक ब्लड प्रेशर जांचकर चार्ट बनाएं। थायरायड और बीपी की नियमित दवा दें। माइग्रेन की वजह से सिरदर्द हो सकता है, लेकिन एक बार लोहिया में आकर दिखा लें। एक एमआरआइ कराना चाहिए।
प्रश्न- ब्रेन स्ट्रोक होने पर क्या करना चाहिए? इससे कैसे बचाव करें?- राकेश ठाकुर, लखनऊ
उत्तर- ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण दिखने पर मरीज को तत्काल अस्पताल लेकर जाएं। क्योंकि ब्रेन स्ट्रोक के बाद शुरुआत के साढ़े चार घंटे बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। समय से इलाज मिलने से रोगी ठीक हो सकता है। देरी करने पर जान जा सकती है। यदि हाई बीपी, हाई शुगर और हार्ट के मरीज हैं तो नियमित दवा का सेवन करें। मौसम बदलने पर अपने डाक्टर से संपर्क करें। इस मौसम में छाछ, नारियल पानी और दही बेहद लाभकारी है।
प्रश्न- पिछले 15 दिन से अचानक खड़े होने पर चक्कर आता है। आखों के सामने धुंधला दिखाई देता है। क्या यह कोई गंभीर बीमारी का लक्षण तो नहीं है?- उमाशंकर, लखनऊ
उत्तर- ये ब्लड प्रेशर कम होने के संकेत हो सकते हैं। अगले चार-पांच दिनों तक बीपी जांचें और चार्ट बनाकर अपने डाक्टर को दिखाएं। कुछ जरूरी खून की जांच भी करा लें। हल्की एक्सरसाइज या योग करें।
प्रश्न- इस मौसम में क्यों होता है ब्रेन स्ट्रोक? किसे अधिक खतरा होता है?- हरिचरण, लखनऊ
उत्तर- गर्मी में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ने का मुख्य कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) और खून गाढ़ा होना है, जिससे दिमाग में खून की आपूर्ति बाधित हो सकती है। यदि आपको डायबिटीज और बीपी है तो अधिक सतर्कता बरतें। नियमित सूर्य नमस्कार से खून की आपूर्ति ठीक रहती है और सभी अंगों को आक्सीजन मिलता है। किडनी की कोई बीमारी नहीं है तो हर दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
प्रश्न- कुछ समय से कभी-तभी हाथ-पैर सुन्न पड़ जाते हैं। सिर दर्द भी होता है।- अर्चना अग्रवाल, लखनऊ
उत्तर- सबसे पहले मोटापा कम करें। अधिक वजन कई बीमारी का कारण बन सकता है। एक बार विटामिन बी12 और हीमोग्लोबिन की जांच कराएं। भोजन में सलाद और हरी सब्जी शामिल करें।
प्रश्न- गर्मी में हीट स्ट्रोक से कैसे बचें?- राजीव अरोड़ा, लखनऊ
उत्तर- देखिए, इस मौसम में हाइड्रेट रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थ का सेवन करें। नारियल पानी, छाछ और नींबू पानी पीएं। खीरा-ककड़ी और पपीता भी फायदेमंद है। धूप में फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। यदि बहुत जरूरी न हो तो दोपहर 12 से तीन बजे तक धूप में निकलने से बचें। क्योंकि इस दौरान ही हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है।
प्रश्न- ब्रेन हेमरेज और ब्रेन स्ट्रोक में क्या अंतर है?- राजेश तिवारी, बाराबंकी
उत्तर- ब्रेन हेमरेज और ब्रेन स्ट्रोक दोनों मस्तिष्क से संबंधित गंभीर बीमारी है, लेकिन उनके कारण अलग-अलग होते हैं। ब्रेन स्ट्रोक में मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति बाधित हो जाती है, जबकि ब्रेन हेमरेज में मस्तिष्क में रक्तस्राव होता है। यदि आप देर तक एसी में रहने के बाद सीधे धूप में निकलते हैं तो शरीर के तापमान में अचानक बदलाव होते हैं, जिससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।
ब्रेन स्ट्रोक के प्रमुख कारण-
- अनियंत्रित डायबिटीज
- मोटापा
- शराब और धूमपान
- हाई कोलेस्ट्राल
- स्लीप एप्नीया
- हाई ब्लड प्रेशर
- हार्ट डिजीज
- भीषण गर्मी
कैसे करें बचाव-
- पौष्टिक भोजन के साथ खूब तरल पदार्थ का सेवन करें
- बढ़ते तापमान में धूप से बचना जरूरी
- बीपी, शुगर और कोलेस्ट्राल की नियमित दवा लें
- सलाद, हरी सब्जियां और मौसमी फल खूब खाएं
- रोजाना सुबह मिनट पैदल चलें और योग करें
ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण-
- अचानक भ्रम की स्थिति
- बोलने या समझने में परेशानी
- चलने में परेशानी
- चेहरे का टेढ़ापन होना
- चक्कर आना
- अचानक शरीर का संतुलन बिगड़ना
- तेज सिरदर्द
- हाथ, पैर या चेहरे पर अचानक कमजोरी या सुन्नता
- अचानक एक या दोनों आंखों से देखने में परेशानी
हीट स्ट्रोक के लक्षण-
- तेज बुखार
- मानसिक स्थिति में बदलाव
- गर्मी और अधिक पसीना आना
- सांस और दिल की धड़कन का तेज चलना
- चक्कर आना और मतली
- गंभीर सिरदर्द
- बेहोशी
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