UP: मिलावट रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग सख्त, खाद्य पदार्थों की जांच व सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश
UP Lucknow News Update | लखनऊ में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने जांच बढ़ाने का फैसला किया है। प्रत्येक अधिकारी ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बाजारों में मिलावटी व खराब खाद्य पदार्थों की बिक्री पर प्रभावी नियंत्रण के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग जांच व सैंपलिंग (जांच के लिए खाद्य पदार्थों के नमूने लेने) का दायरा बढ़ाने जा रहा है।
जिलों में तैनात प्रत्येक खाद्य सुरक्षा अधिकारी को हर महीने खाद्य पदार्थों के न्यूनतम 30 नमूने लेने और जांच के लिए भेजने के निर्देश दिए गए हैं। नमूने जांच के लिए किस प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं इसे गोपनीय रखने की व्यवस्था विभाग ने की है।
गौरतलब है कि बीते 14 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई थी। जिसमें कहा गया था कि मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से कैंसर, किडनी के साथ ही अन्य गंभीर रोग होने का खतरा रहता है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए थे कि केवल विशिष्ट अवसरों पर ही मिलावट के खिलाफ जांच व नमूने लिए जाने का काम न किया जाए यह काम सतत किए जाने की जरूरत है। ऐसा कर मिलावट की संभावनाओं को समाप्त किया जा सकता है और भीड़भाड़ के समय खाद्य कारोबार पर इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव भी नहीं पड़ेगा। निर्देश दिए थे कि विभागीय अधिकारी मिलावट के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही करें।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त राजेश कुमार ने जिलों में तैनात सभी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक अधिकारी हर महीने खाद्य पदार्थों के न्यूनतम 30 नमूने लें। बार-बार एक ही उत्पाद या ब्रांड के नमूने ना लेकर हर बार अलग उत्पाद और ब्रांड के नमूने लें। विभाग द्वारा तय पारदर्शी व्यवस्था के तहत ब्रांड का नाम हटाते हुए कोड के साथ नमूनों को जांच के लिए भेजें, जिससे किसी को यह पता न चल सके कि नमूने जांच के लिए किस प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।

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