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    National Nutrition Month: मनाया गया हैंडवॉश-डे, बच्चों को बताई गई suman–k विधि

    By Anurag GuptaEdited By:
    Updated: Fri, 11 Sep 2020 07:27 AM (IST)

    National Nutrition Month राष्ट्रीय पोषण माह के तहत लखनऊ में बच्चों व महिलाओं को बताए गए साफ-सफाई के तरीके। ...और पढ़ें

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    National Nutrition Month: मनाया गया हैंडवॉश-डे, बच्चों को बताई गई suman–k विधि

    लखनऊ, जेएनएन। राष्ट्रीय पोषण माह अभियान के तहत स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति महिलाओं व बच्चों को जागरूक किया गया। इस मौके पर स्वास्थ्य केंद्रों सहित घरों में जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बच्चों व महिलाओं को हाथ साफ करने के तरीके बताने सहित हाथ धोने का प्रदर्शन भी किया। इस मौके पर पूर्वा आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता नविता द्विवेदी ने बताया कि पोषण माह अभियान में आज हैंडवॉश-डे के तहत गृह भ्रमण के दौरान बच्चों, महिलाओं सहित परिवार के प्रत्येक सदस्य को साबुन से हाथ धोने के तरीके बताए व प्रदर्शित किए गए। साथ ही सभी को बताया गया कि साबुन से बार-बार हाथ धोना कोविड से बचाव के तीन मुख्य उपायों में से एक है।

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    हाथ धोने के लिए अपनाएं सुमन-के विधि

    बच्चों व बड़ों को हाथ धोने के लिए सुमन-के (suman–k) विधि का प्रयोग बताते हुए एस- सीधा, यू- उल्टा, एम- मुट्ठी, ए- अंगूठा एन- नाखून और के- कलाई के बारे में समझाया गया। इसके बाद उन्हें सबसे पहले कलाई, फिर हाथ की उलटी तरफ, फिर मुट्ठी, उसके बाद अंगूठा, फिर नाखून और अंत में फिर कलाई को साफ करना सिखाया गया।वहीं, मुख्य सेविका स्मिता देवी ने कहा कि सुमांक विधि से हाथ धोने के बाद उसे हवा में ही सुखाया जाए न कि कपड़े से पोछकर। साथ ही घरों व आसपास सफाई रखने के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई। वहीं, नविता ने कहा कि परिवार को बताया कि बार-बार हाथों को 40 सेकेंड तक साबुन और पानी से धोना है। साथ ही खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, बच्चों को खाना खिलाने से पहले, शौच के बाद हाथों को जरूर धोना चाहिए।

    बाल विकास परियोजना अधिकारी निरुपमा ने बताया कि गुरुवार को अभियान के चौथे दिन अल्लूपुर, रसूलपुर मुजासा, खड़ता, पूर्वा सहित अन्य जगहों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने हैंडवॉश-डे मनाकर लोगों को जागरूक किया। हाथों की गंदगी शरीर में जाने से डायरिया होने और इससे कुपोषण का भी खतरा हो जाता है। साथ ही कोविड से बचाव के लिए मास्क लगाने, शारीरिक दूरी बनाने आदि के प्रति भी जागरूक किया गया।