UP News: हज यात्रा प्रशिक्षक भर्ती चयन की प्रक्रिया शुरू, चेक करें ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि और एग्जाम डेट
उत्तर प्रदेश में हज यात्रियों के लिए प्रशिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हज कमेटी की वेबसाइट पर 20 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं। 8 नवंबर को कंप्यूटर आधारित परीक्षा होगी जिसके बाद साक्षात्कार होगा। चयनित प्रशिक्षकों को मुंबई में प्रशिक्षण दिया जाएगा। आवेदकों के लिए न्यूनतम योग्यता इंटरमीडिएट है और कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। हज यात्रियों को प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रशिक्षकों का चयन आनलाइन किया जाएगा। हज कमेटी आफ इंडिया की वेबसाइट पर 20 अक्टूबर तक आनलाइन आवेदन भरे जा सकते हैं।
आठ नवंबर को कंप्यूटर आधारित परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार नवंबर के दूसरे सप्ताह में होगा, जबकि चयनित प्रशिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण मुंबई में नवंबर के अंतिम सप्ताह में होगा।
उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के सचिव एसपी तिवारी ने सोमवार को प्रशिक्षकों के चयन के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। आवेदन केवल हज कमेटी की वेबसाइट (https://hajcommittee.gov.in) पर आनलाइन ही स्वीकार किया जाएगा।
चयन प्रक्रिया के तहत प्रशिक्षकों के चयन में हर 150 हज यात्रियों पर एक प्रशिक्षक नियुक्त किया जाएगा। अभ्यर्थियों की न्यूनतम योग्यता इंटरमीडिएट (12वीं) पास या समकक्ष निर्धारित की गई है, जबकि कंप्यूटर ज्ञान रखने वाले स्नातकों को वरीयता दी जाएगी। आयु सीमा 25 से 60 वर्ष रखी गई है।
आवेदक को हज के बारे में विस्तृत जानकारी, कंप्यूटर व हज सुविधा एप का ज्ञान होना आवश्यक है। साथ ही अंग्रेजी, उर्दू, हिंदी और स्थानीय भाषा में निपुणता भी जरूरी है। प्रशिक्षक मानसिक व शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हों तथा भीड़ प्रबंधन का अनुभव रखते हों।
सचिव ने बताया कि चयन 100 अंक की कंप्यूटर आधारित परीक्षा और 20 अंक के साक्षात्कार के संयुक्त अंकों के आधार पर होगा। दोनों चरणों में कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।
मुख्यमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि जयंती पर प्रदेशवासियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदिकवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि ने ’रामायण’ के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम से जन-जन का साक्षात्कार कराया।
उन्होंने समाज के सम्मुख जीवन के सर्वोत्कृष्ट मूल्यों एवं आदर्शों को प्रस्तुत किया। उनकी जयंती का यह अवसर हमें यह सिखाता है कि जीवन में कोई भी व्यक्ति धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर चलकर महानता को प्राप्त कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह पुण्य अवसर पूरे प्रदेश में शांति और सामाजिक सौहार्द को चिरस्थायी बनाने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों के लिए सुख और समृद्धि की कामना की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।