GST Reform: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीएसटी रिफॉर्म को बताया देशवासियों को पीएम मोदी का दीपावली गिफ्ट
CM Yogi Adityanath on GST Reform मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल टैक्स सुधार नहीं बल्कि हर नागरिक के जीवन को सरल बनाने वाला दीपावली का उपहार है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं किसानों कारोबारियों और आम परिवारों तक सभी को राहत देने वाले इन सुधारों का लाभ 22 सितम्बर से यानी शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन से मिलने लगेगा।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 से लागू हो रही नई जीएसटी दरों को लेकर गुरुवार को प्रेस वार्ता की। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने हाल के जीएसटी रिफॉर्म्स को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देशवासियों को एक बड़ा दीपावाली गिफ्ट बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का यह निर्णय देशवासियों को महंगाई से राहत और व्यापार को गति देने वाला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल टैक्स सुधार नहीं बल्कि हर नागरिक के जीवन को सरल बनाने वाला दीपावली का उपहार है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं, किसानों, कारोबारियों और आम परिवारों तक सभी को राहत देने वाले इन सुधारों का लाभ 22 सितम्बर से, यानी शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन से मिलने लगेगा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के प्रति आभार व्यक्त किया।
घोषणा के 20 दिनों के अंदर सामने आए परिणाम
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री जी ने जिस टैक्स रिफॉर्म की घोषणा की थी, उसके परिणाम महज 20 दिनों में सामने आ गए। जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में तीन सितम्बर को लिए गए फैसले अब लागू हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह केवल एक टैक्स सुधार नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई देने वाला व्यापक अभियान है।
जीएसटी में अब तक का सबसे बड़ा रिफॉर्म
मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने से पहले देश में अलग-अलग कर लागू थे जिनमें वैट, सेल टैक्स, सेवा कर, उत्पाद शुल्क, एंट्री टैक्स और मनोरंजन कर जैसे जटिल कर उपभोक्ताओं और कारोबारियों पर भारी पड़ते थे। जीएसटी ने इन्हें समाहित कर देश को वन नेशन, वन टैक्स की व्यवस्था दी। अब तो जीएसटी में सबसे बड़ा सुधार किया गया है।
उन्होंने का कि पहले चार स्लैब 5%, 12%, 18% और 28% लागू थे, लेकिन अब सिर्फ दो स्लैब 5% और 18% रखा गया है। 12% और 28% की दरें समाप्त कर दी गई हैं। कुछ विलासिता की वस्तुओं पर 40% टैक्स यथावत रहेगा। इससे आम उपभोक्ता को सीधी राहत मिलेगी। रसोई से लेकर कृषि, मकान निर्माण से लेकर बड़े हाईवे और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, उद्योग और व्यापार हर क्षेत्र को लाभ मिलेगा।
घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ी राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सामान्य गृहस्थ परिवार को अब घरेलू खर्चों में सीधी राहत मिलेगी। दूध, दही, पनीर, शैम्पू, टूथपेस्ट, साबुन, साइकिल और बच्चों से जुड़े सामान पर केवल 5% या शून्य टैक्स लगेगा। इससे न सिर्फ रोजमर्रा के खर्च कम होंगे बल्कि उपभोक्ता की क्रय क्षमता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति ज्यादा खरीद सकेगा तो खपत बढ़ेगी और बाजार में मांग बढ़ने से उत्पादन में तेजी आएगी।
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