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तकनीक को बनाया हथियार और बन गए गन्ने की खेती के मास्टर, जान‍िए क्‍यों चर्चा में हैं गोंडा के सत्‍यप्रकाश

राज्य स्तरीय गन्ना प्रतियोगिता में उन्हें 2121 क्विंटल पौध उत्पादन में गोंडा के सत्य प्रकाश तिवारी को प्रथम स्थान मिला है। ये उत्पादन सहफसली खेती में हुआ है। इस बार पुरस्कार पाने वाले में वह पूर्वांचल के इकलौते किसान हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 02:07 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 06:36 AM (IST)
तकनीक को बनाया हथियार और बन गए गन्ने की खेती के मास्टर, जान‍िए क्‍यों चर्चा में हैं गोंडा के सत्‍यप्रकाश
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में मिला पहला स्थान।

गोंडा, (वरुण यादव)। नौंवी पास एक किसान तकनीक व मेहनत के दम पर गन्ने की खेती में नया मुकाम हासिल किया है। राज्य स्तरीय गन्ना प्रतियोगिता में उन्हें 2121 क्विंटल पौध उत्पादन में गोंडा के सत्य प्रकाश तिवारी को प्रथम स्थान मिला है। ये उत्पादन सहफसली खेती में हुआ है। इस बार पुरस्कार पाने वाले में वह पूर्वांचल के इकलौते किसान हैं। वहीं, गोंडा के खाते में राज्य स्तरीय पुरस्कार पहली बार आया है। गन्ने की खेती में नया कीर्तिमान रचने वाले किसान को मुख्यमंत्री सम्मानित करेंगे।

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ट्रेंच विधि से की थी गन्ने की बोआई

सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि पहले वह सामान्य तरीके से खेती करते थे। 2019 में उन्होंने कुछ नया करने की कोशिश की। पहले खेत की मिट्टी शाेधित की गई, इसके बाद बीज। गन्ने की बोआई एक अक्टूबर हुई थी। खुद के खेत में पहले को.से. 0238 प्रजाति का बीज तैयार किया। इसके बाद गन्ना विभाग से संपर्क करके ट्रेंच मशीन लेकर लाइन से बोआई की। खेत के मेड़ पर मटर, आलू की भी बोआई कर दी थी। मटर तैयार होने पर बाजार में फली तोड़कर बेच दी गई, जिससे करीब 8-10 हजार रुपये प्रति बीघा आमदनी हुई। वहीं, गन्ने की लंबाई 15 से 16 फीट थी। क्राॅप कटिंग में गन्ने का उत्पादन 176 क्विंटल प्रति बीघे आया है।

यू-ट्यूब पर हुई दोस्ती ने दिखाई थी नई राह

तरबगंज के ढोंढ़ेपुर गांव में रहने वाले सत्य प्रकाश तिवारी पहले सामान्य विधि से खेती-किसानी करते थे। चार वर्ष पूर्व खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए उन्होंने मोबाइल पर यू ट्यूब चैनल सर्च किया तो शुगरकेन ओम प्रकाश सिंह के नाम से बने चैनल पर एक वीडियो दिखाई पड़ा। उसने सत्य प्रकाश को गन्ने की खेती तकनीकी से करने की प्रेरणा दी। इसके बाद उनकी बिजनौर के तत्कालीन गन्ना अधिकारी रहे ओपी सिंह से दोस्ती हो गई। गन्ने की बोआई से लेकर बीज चयन में भी वह लगातार सलाह लेते रहे। वर्ष 2019 में उन्होंने ट्रेंच विधि से गन्ने की बोआई शुरू की।

जिम्मेदार के बोल

'ये जिले के लिए गौरव का पल है। मुझे इस बात की खुशी है कि एक किसान ने गन्ना उत्पादन में नाम रोशन कर दिया। पौधा उत्पादन में प्रथम स्थान पाने वाले सत्य प्रकाश तिवारी को जल्द ही लखनऊ में मुख्यमंत्री सम्मानित करेंगे। ये उपलब्धि अन्य किसानों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है।' -ओपी सिंह, जिला गन्ना अधिकारी गोंडा 


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