जैन मुनि नयन सागर मामले में युवती बोली, महाराज जी को बदनाम करने की साजिश
मुजफ्फरनगर और खतौली जैन समाज की एक महिला समेत तीन लोगों के नाम साजिशकर्ताओं के तौर पर बताए। साथ ही अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा व कार्रवाई की मांग की है।
सहारनपुर (जेएनएन)। जैन मुनि नयन सागर महाराज के वायरल वीडियो में दिखने वाली युवती सोमवार को डीआइजी से मिली। उसने कहा कि जो दिख रहा है वह है नहीं, जो है वह दिखता नहीं। इस पूरी साजिश में उसने मुजफ्फरनगर और खतौली जैन समाज की एक महिला समेत तीन लोगों के नाम साजिशकर्ताओं के तौर पर बताए। साथ ही अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा व कार्रवाई की मांग की है।
गत दिनों जैन मुनि नयन सागर महाराज के वायरल वीडियो में नजर आने वाली युवती ने डीआइजी शरद सचान से उनके कार्यालय में मिलकर पूरे मामले से अवगत कराते हुए तहरीर दी है। इससे पूर्व खतौली की रहने वाली इस युवती ने एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि ससुराल पक्ष से प्रताडि़त होकर वह खतौली आयी। वहां मार्च 2018 में खतौली के ही अनुपम जैन वहलना मंदिर में मिले और कहा कि उनके पास उसकी कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें व वीडियो है, यदि मेरी बात नहीं मानी तो वह वीडियो व तस्वीर वायरल कर देगा।
14 अप्रैल 2018 को अनुपम जैन उसके पास रुड़की आए और उसे डरा धमकाकर अपने साथ वहलना ले आए। उसे अहसास हुआ कि अनुपम जैन महाराज श्री के खिलाफ कोई षड्यंत्र रच रहे हैं। इसके बाद अनुपम जैन के कहने पर वह फिर 23 जून को वहलना पहुंची। वहां अनुपम के ड्राइवर ने उसे एक मोबाइल और पहनने के लिए एक ड्रेस दी। फोन पर अनुपम ने कहा कि अपनी सलामती चाहती हो तो जैसे-जैसे वह कहे वैसा करती जाओ। इसके बाद महाराज श्री का सेवक करीब साढ़े सात बजे उसे बुलाने आया और वह महाराजश्री के पास चली गई।
वहां उसने महाराजश्री को सारी बातें बताईं तो उन्होंने कहा कि तुम यहां से जाओ बाकी श्रीजी अपने आप देख लेंगे और वह करीब एक घंटे बाद यहां से निकल गई। रात करीब नौ बजे फिर से अनुपम जैन का फोन आया और कहा कि जो कपड़े दिए थे उन्हें पहनकर रात में सवा दस से साढ़े दस बजे तक कमरा नंबर 101 के बाहर बनी गैलरी में टहलना है, और जैसे ही महाराजश्री उधर से आते दिखाई दें तो कमरा नंबर 101 से निकलकर 105 में चली जाना।
युवती का कहना है कि उसे नहीं पता था कि इतनी बड़ी साजिश किस उद्देश्य से और किसके लिए हो रही है। अगले दिन सुबह वह महाराजश्री के दर्शन के बाद वहलना के बाहर आयी तो अनुपम के ड्राइवर ने मोबाइल और कपड़े उससे वापस ले लिए। बाद में वह रुड़की लौट आयी।
30 जून को अनुपम ने उसे फोन कर मूलचंद रिसोर्ट पर बुलाया। उनके साथ शैली भी थी। यहां उन्होंने उसे 23 जून को शाम साढ़े सात से साढ़े दस बजे तक बनी वीडियो दिखाते हुए कहा कि यदि तुमने जुबान खोली तो वीडियो वायरल कर दी जाएगी। इससे बचने का उपाय पूछा तो उन्होंने अपने व रजनीश के साथ अनैतिक कार्य करने के लिए कहा। इस पूरे षड्यंत्र के पीछे उसे यह नजर आया कि अनुपम महाराजश्री को दबाव में लेकर निर्मलायतन ट्रस्ट पर कब्जा करना चाहते हैं।
युवती ने महिला सहित तीन लोगों से जान को खतरा होने का पत्र दिया है। जांच के लिए उसे संबंधित थाने भेजा जा रहा है। रिपोर्ट के बाद न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी।
शरद सचान, डीआइजी, सहारनपुर।
शादी के बाद से ही ससुरालवाले कर रहे थे उत्पीडऩ
सहारनपुर : जैन मुनि नयन सागर महाराज के वायरल वीडियो में नजर आने वाली युवती शादीशुदा है। ससुराल पक्ष के उत्पीडऩ से परेशान होकर उसने तलाक व गुजारा भत्ते के लिए वाद दायर किया हुआ है। डीआइजी के यहां दिये प्रार्थना पत्र में युवती ने बताया कि उसकी शादी 2016 में शाहदरा दिल्ली में रहने वाले एक जैन परिवार में हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल के लोगों ने उसे प्रताडि़त करना शुरू कर दिया था।
उससे मारपीट की जाती थी। 18 अगस्त 2017 को उसकी ननद ने उससे बहुत ज्यादा मारपीट की। इसकी शिकायत उसने दिल्ली में 100 नंबर पर की थी। कार्रवाई न होने पर उसने वुमेन सेल में फोन से सूचना दी थी। वुमेन सेल ने कार्रवाई करते हुए उसे उसके पिता व रिश्तेदारों के सुपुर्द कर दिया था।
उसके पिता ने ससुरालवालों के विरुद्ध जनपद मुजफ्फरनगर में तलाक व गुजारा भत्ते का वाद दायर कर दिया, जो विचाराधीन है। इसके बाद वह खतौली आ गई और नौकरी ढूंढऩी शुरू कर दी। रुड़की में उसे एक इंजीनियङ्क्षरग कालेज में सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी मिल गई। वह वहां अध्यापन के साथ-साथ एमटेक की पढ़ाई कर रही है।
-मेरे खिलाफ एक बड़ी साजिश रची जा रही है। इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मुझे झूठा फंसाया जा रहा है, इसके पीछे मुझे जैनमुनि नयन सागर महाराज का हाथ लगता है।
-अनुपम जैन
बड़ी साजिश के तहत मेरी बेटी को मीडिया के सामने लाया गया है। पूरी साजिश के पीछे जैनमुनि नयन सागर महाराज का हाथ नजर आता है। हमारी लाख कोशिशों के बावजूद पुलिस उसे हमसे नहीं मिलवा सकी।
-युवती का पिता
सारे आरोप मनगढंत हैं। यह मेरे खिलाफ बड़ी साजिश है, जिसका कारण मुझे पता नहीं। मैं पढ़ा-लिखा आदमी हूं, इसलिए मुझे मालूम है कि निर्मलायतन एक ट्रस्ट है, मैं उस पर काबिज होने की कैसे सोच सकता हूं। मुझसे जान का खतरा बताया, जो सरासर झूठा इल्जाम है।
-रजनीश जैन, कोषाध्यक्ष अतिशय क्षेत्र वहलना

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