पेंशनर के लिए जरूरी खबर, जीवन प्रमाणपत्र बनवाने की प्रक्रिया में हुआ बदलाव; अब 70 रुपये में घर बैठे हो जाएगा काम
लखनऊ में पेंशनरों के लिए जीवित प्रमाणपत्र बनवाना अब आसान हो गया है। डाकघर की मदद से 70 रुपये में डाकिया घर आकर प्रमाणपत्र बना रहे हैं। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक और पेंशन विभाग के समझौते से पेंशनर ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। अब सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने और लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं है। पेंशनर्स पोस्ट इन्फो एप से डोरस्टेप सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। शक्तिनगर के राम शंकर मिश्र जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाचार्य रहे हैं। 81 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं। जीवित प्रमाणपत्र बनवाने के लिए डाकघर से संपर्क किया तो डाकिया ने उनके घर जाकर जीवित प्रमाण पत्र बनवाने में मदद की। उनसे इसके लिए 70 रुपये शुल्क, अपना आधार संख्या, मोबाइल फोन नंबर व पेंशन का विवरण लिया और आनलाइन आवेदन पूरा करा दिया। मिश्र का डिजिटल जीवित प्रमाणपत्र कुछ ही दिनों में जारी हो गया। मिश्र के जैसे अनेक पेंशनर प्रतिदिन इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं।
पेंशनर को पेंशन के लिए हर वर्ष नवंबर में कोषागार में जीवित प्रमाणपत्र जमा करना होता है। इसके लिए कोषागार में इन दिनों सुबह से शाम तक बुजुर्गों की लाइन लगी रहती है। प्रमाणपत्र के अभाव में पेंशन निकालने पर भी रोक लगा दी जाती है। इस परेशानी से बचने के लिए जीवन प्रमाणपत्र की प्रक्रिया को काफी आसान बना दिया गया है।
लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल सुनील कुमार राय ने बताया कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग के साथ समझौता किया है। इसके तहत पेंशनर आनलाइन और आफलाइन दोनों तरीके से अपना प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं।
इसके लिए किसी प्रकार के सरकारी दस्तावेज की जरूरत नहीं रहेगी और न किसी कार्यालय के चक्कर काटने होंगे। पेंशनभोगी को बस अपने नजदीकी डाकघर या फिर डाकिया, डाक सेवक से संपर्क करना होगा। डाकिया और डाक सेवक संबंधित आवेदक के घर पहुंचेंगे और जीवित प्रमाणपत्र जारी करेंगे। पेंशनर्स पोस्ट इन्फो एप पर आवेदन कर डोर स्टेप योजना का लाभ ले सकेंगे। वेबसाइट https://ccc.cept.gov.in/ServiceRequest/request.aspx के जरिये सर्विस रिक्वेस्ट भी कर सकते हैं।
जीपीओ और चौक डाकघर में भी बनवा सकते हैं प्रमाण पत्र
लखनऊ में जीपीओ और चौक सहित कई डाक घरों में भी जीवित प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। चौक के पोस्टमास्टर मनोज अरोड़ा ने बताया कि जिन्हें ग्रामीण क्षेत्र में जीवित प्रमाणपत्र बनवाने में दिक्कत है तो वे यहां आकर भी बनवा सकते हैं। लखनऊ में डाक विभाग 42 डिलीवरी आफिसों में प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं।
डाकघर के सिस्टम पर जीवित प्रमाण पत्र बनवाने पर कोई चार्ज नहीं लिया जाता। डाकघर में कर्मी स्मार्ट फोन से भी यह प्रक्रिया पूरी करते हैं, उसके लिए 70 रुपये देने होते हैं। चौक डाकघर में मंगलवार को 33 पेंशनरों के जीवित प्रमाणपत्र बनाए गए।

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