Lucknow News: लखनऊ में टूरिस्ट वीजा पर विदेशी महिलाओं को बुलाकर अनैतिक कार्य कराने वालों का गिरोह सक्रिय
Immoral Activities in Spa and Massage Centers in Lucknow लखनऊ में स्पा और मसाज सेंटर के नाम पर महिलाओं से अवैध धंधे कराए जाते। स्पा और मसाज सेंटर में विदेशी महिलाओं से सेवा दिलाने के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूली जाती है। विदेशी महिला अपने देशों से अवैध तरीके या फर्जी कागजात की मीी से अन्य को भी बुला लेती हैं।

जागरण संवाददाता, लखनऊ : लखनऊ में टूरिस्ट वीजा पर विदेशी महिलाओं को बुलाकर अनैतिक कार्य कराने वालों का गिरोह काफी सक्रिय है। राजधानी में उज्बेकिस्तान और थाईलैंड से साथ अन्य देश की महिलाओं को पर्यटन वीजा पर बुलाया जाता। इसके बाद उनके फर्जी दस्तावेज तैयार करा उनसे अनैतिक कार्य कराया जाता है। अधिवक्ता के खिलाफ गोमती नगर थाना में केस दर्ज होने के बाद प्रकरण सामने आया है।
लखनऊ में स्पा और मसाज सेंटर के नाम पर महिलाओं से अवैध धंधे कराए जाते। स्पा और मसाज सेंटर में विदेशी महिलाओं से सेवा दिलाने के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूली जाती है। विदेशी महिला अपने देशों से अवैध तरीके या फर्जी कागजात की मीी से अन्य को भी बुला लेती हैं। शहर की पॉश कालोनियों में विदेशी महिलाएं बड़े-बड़े बंगले किराए पर लेकर के अवैध धंधों का विस्तार कर तहजीब के शहर लखनऊ को बदनाम कर रही है।
अधिवक्ता सत्य प्रकाश के खिलाफ विदेशी महिलाओं के फर्जी दस्तावेज तैयार कराने के साथ इनको किराए के घर दिलाने की गारंटी लेने में मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस आयुक्त ने इस प्रकरण कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने गोमती नगर में अधिवक्ता समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
इंस्पेक्टर गोमती नगर, बृजेश तिवारी ने बताया कि पर्यटन वीजा पर विदेशी महिलाओं को लखनऊ बुलाया गया। उन्हें ओमेक्स और डीएलएफ जैसे महंगे फ्लैट में रखा जा रहा था। स्पा की आड़ में महिलाओं से विभिन्न प्रकार के अवैध और अनैतिक कार्य कराए जा रहे थे। जांच में सामने आया कि अधिवक्ता सत्य प्रकाश महिलाओं के जाली कागजात तैयार करा रहा है। इस पर पूरी जानकारी पुलिस आयुक्त को दी गई। उनके आदेश पर अधिवक्ता और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि अधिवक्ता ने मोहर लगाकर स्वयं ही दस्तावेजों का सत्यापन भी किया था।
पकड़ी जा चुकी हैं महिलाएं
जांच में पता चला है कि 2018 से 2020 के बीच कई महिलाएं भारत आई और अवैध तरीके से यहीं रहने लगी। इसी वर्ष मार्च में चिनहट के एक अपार्टमेंट से पुलिस ने 11 महिलाओं को भी पकड़ा था। पुलिस पकड़ी गई महिलाओं से भी आरोपितों के गठजोड़ के पहलू पर छानबीन कर रही है। फर्जी दस्तावेज का मदद से लखनऊ आई उज्बेकिस्तान की महिला लोला कायूमोवा पर फर्जी पहचान से इंटरनेशनल सेक्स रैकेट चलाने का आरोप है। रैकेट की सरगना उज्बेकिस्तान की 49 वर्षीय नागरिक लोला कायूमोवा है, जिसने फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट का उपयोग कर भारत में आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बनवा लिया था। लोला ने पहचान छिपाकर लखनऊ में वर्षों तक बिताए और किरायेदारी सत्यापन भी जालसाजी से कराया, जिसकी भनक पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट तक को नहीं लगी। इससे पहले भी उज्बेकिस्तान की दो अन्य महिलाएं होलिडा और नीलोफर इसी रैकेट के सिलसिले में पकड़ी गई थीं। लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर थाईलैंड की एक महिला को वीजा नियमों का उल्लंघन कर भारत में अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसके एक स्थानीय मददगार को भी गिरफ्तार किया है, जिसने उसे यहां रहने में मदद की थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि थोंगफुन छायाफा उर्फ डारिन चोकथनपट नाम की महिला को इमिग्रेशन अधिकारियों ने तब रोका जब वह एक फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर थाईलैंड जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में चढ़ने की कोशिश कर रही थी।
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