FSDA Report: हल्दी से भी आपकी सेहत को खतरा, यूपी के इन जिलों में 1172 नमूनों में से 539 फेल
लखनऊ से आई खबर के अनुसार हल्दी में मिलावट पाई गई है। 73 जिलों से लिए गए नमूनों में लेड और लेड क्रोमेट जैसे हानिकारक रसायन मिले हैं। पूर्वांचल में स्थिति चिंताजनक है जहाँ आधे से ज्यादा नमूने असुरक्षित पाए गए। इन रसायनों से सांस की समस्या और कैंसर का खतरा होता है। प्रशासन मिट्टी और पानी की जांच कर रहा है।

हेमंत श्रीवास्तव, लखनऊ। तमाम रोगों में रामबाण काम करने वाली गुणकारी हल्दी से भी सेहत को खतरा है। बाजारों में बिक रही हल्दी में सेहत के लिहाज से असुरक्षित लेड और लेड क्रोमेट जैसे रसायन पाए जा रहे हैं।
प्रदेश के 73 जिलों से लिए गए हल्दी के 2970 नमूनों की जांच में ये तथ्य सामने आए हैं। नमूने जांच के जो ट्रेंड सामने आए हैं उनमें पूर्वांचल में स्थिति चिंताजनक है। पूर्वांचल के करीब 50 प्रतिशत से अधिक नमूने जांच में असुरक्षित मिले हैं।
बाजारों में बिक रही साबूत व पिसी हल्दी में लेड और लेड क्रोमेट तय मानक से अधिक मात्रा में पाया जाना चिंताजनक है। लेड व लेड क्रोमेट की अधिकता से सांस लेन में दिक्कत यानी फेफड़े में सक्रमण, लीवर खराब होने के साथ ही कैंसर होने तक की आशंका रहती है।
हल्दी नमूनों की जांच के बाद शासन स्तर पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में तय किया गया है कि पूर्वांचल की मिट्टी और सिंचाई में प्रयुक्त हो रहे पानी की जांच गहनता से की जाए। जिससे यह जाना जा सके कि कहीं मिट्टी व पानी के कारण ये खतरनाक रसायन तय मानक से अधिक पाए जा रहे हैं।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के आयुक्त राजेश कुमार के मुताबिक बाजारों में बिक रही साबूत हल्दी, लोकल व ब्रांडेड पिसी हुई हल्दी के नमूने जांच में शामिल किए गए थे। 2970 नमूनों को जांच की जांच लखनऊ, गुड़गांव, चेन्नई, मैसूर व दिल्ली की प्रयोगशालाओं में कराई गई। जिनमें से 772 नमूने फेल निकले।
548 नमूने असुरक्षित पाए गए। अकेले पूर्वांचल के जिले वाराणसी, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, भदोही, जौनपुर सहित करीब पूर्वांचल के करीब दो दर्जन जिलों से लिए गए 1172 नमूनों में से 539 नमूने असुरक्षित पाए गए हैं।
कुल नमूनों से 25 प्रतिशत नमूने लेड की अधिकता के कारण असुरक्षित तथा 30 प्रतिशत नमूने लेड क्रोमेट की अधिकता के कारण असुरक्षित पाए गए हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।