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    लखनऊ के मलिहाबाद समेत UP के सभी 13 आम बेल्ट में लगेगी फूड प्रोसेसिंग यूनिट, कारोबार में होगी बढ़ोतरी

    अकेले राजधानी के मलिहाबाद ही नहीं प्रदेश के सभी 13 जिलों के 15 फल पट्टी में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की अोर से फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की तैयारी की जा रही है। फलों की प्रोसेसिंग से बागवानों के कारोबार में भी बढ़ोतरी होगी।

    By Rafiya NazEdited By: Updated: Mon, 26 Apr 2021 09:39 PM (IST)
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    लखनऊ के मलिहाबाद और उत्तर प्रदेश के सभी 13 आम बेल्ट में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगेगी।

    लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। फलों के राजा आम की बात होती है तो जेहन में मलिहाबादी दशहरी की खुशबू और उसकी मिठास बरबस याद आती है। एक महीने के इस दशहरी के सीजन में बागवानों काे उतना लाभ नहीं हो पाता जितना होना चाहिए। ऐसे में बागवानों के जीवन में समृद्धि की मिठास लाने की कवायद शुरू हो गई है। अकेले राजधानी के मलिहाबाद ही नहीं प्रदेश के सभी 13 जिलों के 15  फल पट्टी में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की अोर से फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की तैयारी की जा रही है। फलों की प्रोसेसिंग से बागवानों के कारोबार में भी बढ़ोतरी होगी और उनके जीवन में समृिद्ध की मिठास आएगी।

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    बागवानों को मिलेगी प्राथमिकता: आम, अमरूद, लीची व आंवला के बागवानों को फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। प्रदेश में 370 फूड प्रोसेसिंग की छोटी बड़ी यूनिटों की स्थापना की जाएगी। इनके लगने से प्रवासी श्रमिकों को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे। अकेले फूड प्रोसेसिंग यूनिट से 25750 को सीधे और 33210 श्रमिकों को इसके माध्यम से रोजगार मिलेगा।

    यहां लगेंगी यूनिट: प्रदेश में राजधानी के मलिहाबाद समेत प्रदेश के 13 जिलों के 15 आम बेल्ट में यूनिट लगेंगी। इनमे लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, मेरठ, उन्नाव, बुलंदशहर, अमरोहा,सीतापुर,सहारनपुर, बागपत, प्रतापगढ़, वारासणी व हरदोई शामिल हैं। फूड प्रोसेसिंग के अलावा राइस मिल, फ्लोर मिल,, दलहन प्रसंस्करण, तिलहन व सब्जी प्रसंस्करण की यूनिट भी लगेंगी।

    ऑनलाइन मिलेगा प्रशिक्षण: यूनिट लगाने के लिए आवेदन करने वाले बागवानों को ऑनलाइन प्रशिक्षण की निश्शुल्क व्यवस्था के साथ ही अनुदान भी दिया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से बजट भी दे दिया गया है। ऐसे प्रवासी बेरोजगार जो यूनिट लगाना चाहते हैं वे अपने जिले के जिला उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी से मिलकर प्रस्ताव भेज सकते हैं। प्रशिक्षण में आम या अन्य फलों के जूस के साथ ही जैम, जैली, अंचार व मुरब्बा के साथ ही टॉफी व चाॅकलेट बनाना भी सिखाया जाएगा। उद्यमिता विकास के लिए एक महीने के प्रशिक्षण में 15710 प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने पैरो पर खड़ा किया जाएगा।

    प्रदेश में आम उत्पादन पर एक नजर

    • प्रदेश में 13 जिले मेें आम बेल्ट-15
    • आम का क्षेत्रफल-2.66 लाख हेक्टेयर
    • कुल उत्पादन 43.52 मीट्रिक टन
    • निर्यात-848 लाख मीट्रिक टन
    • प्रति हेक्टेयर उत्पादन-17.20 मीट्रिक टन

    उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण के निदेशक, डा.आरके तोमर ने बताया कि बागवानों को फायदा देने और सरकार की मंशा के अनुरूप  श्रमिकों को रोजगार देने के उद्देश्य को लेकर यूनिट लगाई जा रही हैं। प्रोसेसिंग के साथ ही बागवानी, मधुमक्खी पालन के साथ ही स्वराेजगार का प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं।