Move to Jagran APP

बाढ़ की विभीषिका पर योगी बोले, जरूरत पड़ी तो मोड़ देंगे घाघरा की धारा

बाढ़ विभीषिका देख स्थायी समाधान निकालने को चिंतित दिखे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जरूरत पड़ी तो वह घाघरा का वेग मोड़ देंगे।

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 09:32 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 07:46 AM (IST)
बाढ़ की विभीषिका पर योगी बोले, जरूरत पड़ी तो मोड़ देंगे घाघरा की धारा
बाढ़ की विभीषिका पर योगी बोले, जरूरत पड़ी तो मोड़ देंगे घाघरा की धारा

लखनऊ (जेएनएन)। बाढ़ विभीषिका देख स्थायी समाधान निकालने को चिंतित दिखे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जरूरत पड़ी तो वह घाघरा का वेग मुख्यधारा की ओर मोड़ देंगे। हम जल्द इस समस्या का निराकरण जरूर करेंगे। बाढ़ प्रभावित जिलों का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि गोंडा-बाराबंकी सीमा के निकट चरसड़ी तटबंध पर यह प्रयोग सफल रहा है। भारत बंद के सवाल योगी ने कहा कि भाजपा धर्म और जाति के नाम पर समाज को बांटने की राजनीति नहीं करती। जाति विशेष को संरक्षण देने वाले कानून के दुरुपयोग की कतई इजाजत नहीं दी जाएगी।

loksabha election banner

बाढ़ प्रभावितों को आर्थिक मदद मिलेगी

गोंडा में मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ की समस्या के निदान की दिशा में घाघरा नदी के वेग को मुख्यधारा की ओर मोडऩे का जो परीक्षण बाराबंकी-गोंडा की सीमा पर किया गया था, अब इसे विस्तारित किया जाएगा। बाढ़ का स्थायी समाधान निकालने की दिशा में लगातार कोशिशें चल रही हैं। बाढ़ पीडि़तों को राहत सामग्री वितरित करने के बाद संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, वर्तमान स्थिति के लिए पूर्ववर्ती गैरभाजपा सरकारें जिम्मेदार हैं। पिछली बार बाढ़ आपदा में जिन लोगों के घर गिर गए थे, उनके लिए 1244 आवास की प्रथम किस्त जारी कर दी गई है। सर्पदंश, जंगली जानवरों का शिकार, सीवरलाइन में गिरने से मृत होने वाले व्यक्तियों के परिवारीजन को चार लाख रुपये की आर्थिक मदद का प्रावधान किया गया है।

कटान जैसी विभीषिका से बचाया जाएगा

सीतापुर में नदी की धारा मोडऩे के प्रयोग का संदर्भ देते हुए सीएम ने कहा कि शारदा हो, घाघरा या फिर कोई और नदी, तटीय क्षेत्रों की आबादी को हर हाल में बाढ़ व कटान जैसी विभीषिका से बचाया जाएगा। सीतापुर में उन्होंने भिठिया जाल्हेपुर में सभा को संबोधित किया। कहा, सरकार बेहद संजीदा है। लोगों को समय से मदद मिल सके, इस पर ध्यान दिया जा रहा है। नुकसान कम हो और लोग बाढ़ व कटान से बच सकें, इसको लेकर प्रशासन को लगाया गया है। इस बार बाढ़ कम आई और कटान भी उतना नहीं हुआ। बाराबंकी में मुख्यमंत्री ने सिल्ट सफाई के जरिये बाढ़ नियंत्रण को कारगर बताया। कहा, यह कार्य अब बड़े पैमाने पर कराया जाएगा। वे दरियाबाद विधान सभा क्षेत्र के दुलहदेपुर (टिकैतनगर) में बाढ़ पीडि़तों को राहत सामग्री वितरित करने आए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.