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    Indigo Crisis: 'मैं दूल्हा हूं, मेरा कल रिशेप्सन है...', जब कोई सॉल्यूशन नहीं मिला तो फिर कैसे श्रीनगर पहुंचा युवक?

    Updated: Sat, 06 Dec 2025 08:45 AM (IST)

    लखनऊ एयरपोर्ट पर विमान रद्द होने से यात्रियों को भारी परेशानी हुई। गोरखपुर के अनुराग मिश्र का रिसेप्शन रद्द हो गया, सत्यम मिश्र का हनीमून पैकेज बिगड़ा ...और पढ़ें

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    लखनऊ : दूल्हे अनुराग का शनिवार को श्रीनगर में रिसेप्शन है, शादी गोरखपुर से हुई है। विमान निरस्त हुआ तो कार से ही वह श्रीनगर चल दिए। जागरण

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। गोरखपुर के रहने वाले अनुराग मिश्र की शादी दो दिन पहले ही हुई। उनके हाथों में बंधा बंधन अब तक नहीं उतरा। डेस्टिनेशन मैरिज के चलन के तहत शनिवार को उनका रिशेप्सन श्रीनगर में होना था। लखनऊ से कनेक्टिंग विमान से उनके पूरे परिवार को शुक्रवार सुबह रवाना होना था। सड़क मार्ग से वह परिवार के साथ लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पता चला कि विमान ही निरस्त हो गया है।

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    इंडिगो के काउंटर पर लाइन लगकर वह कहते रहे कि मैं दुल्हा हूं, मेरा कल रिशेप्सन है। कुछ तो कीजिए। लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला। आखिर में वह परिवार के साथ अपनी कार से ही श्रीनगर सड़क मार्ग से रवाना हुए। लखनऊ एयरपोर्ट पर केवल विमान ही निरस्त नहीं हुए, अपितु अनुराग मिश्र की तरह कई के सपनों पर मानों ब्रेक लग गया।

    हर किसी यात्री के साथ उनकी पीड़ा एयरपोर्ट परिसर में साफ दिखायी दे रही थी। कोई यात्री दो दिन से एयरपोर्ट पर अपने सामान को वापस पाने के लिए काउंटरों के चक्कर काटकर थक गया तो किसी की नौकरी छूट गई। किसी की बहन के हाथों की मेहंदी का रंग भाई के इंतजार में चढ़ नहीं सका।

    इंडिगो एयरलाइन के काउंटर पर यात्री मानों कोई रास्ता तलाशने की आखिरी उम्मीद के साथ जेद्दोजेहद करते रहे। शुक्रवार को पूरे दिन चले प्रकरण ने इंडिगो एयरलाइन की कार्यशैली पर सवाल उठाया। यात्री खुद को ठगा हुआ महसूस करते रहे और जिम्मेदार एयरलाइन ग्राहकों को संतुष्ट करने की रस्मअदायगी करते दिखे।

    हनीमून के टूर पर संकट
    प्रतापगढ़ के सत्यम मिश्र ने शादी के बाद पत्नी श्रद्धा के साथ हनीमून मनाने के लिए देहरादून में होटल सहित पूरा पैकेज बुक कराया। परिवार के सदस्य उनको कार से छोड़ने के लिए चार घंटे की ड्राइविंग कर प्रतापगढ़ से लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचा। यहां विमान निरस्त हो गया तो पूरा परिवार उदास हो गया। किसी तरह 30 हजार रुपये में ट्रैवल एजेंसी से ट्रैक्सी बुक की और फिर सड़क मार्ग से गए। हालांकि उनके शुक्रवार के पैकेज का नुकसान हो गया।

    बहन की शादी के लिए पटना से आया परिवार
    पटना निवासी रीतेश की सगी बहन की शादी वड़ोदरा में शनिवार को है। पहले गुरुवार को इंडिगो की पटना-वड़ोदरा उड़ान निरस्त हुई तो एयरलाइन ने शुक्रवार को लखनऊ से अहमदाबाद की उड़ान का टिकट दे दिया। 20 हजार रुपये देकर कार से परिवार लखनऊ पहुंचा तो यहां अहमदाबाद की उड़ान निरस्त हो गई। उधर चिंता से परेशान बहन बार-बार फोन कर परिवार के आने की जानकारी लेती रही, इधर से भाई केवल यहीं कह पा रहा था कि बताओ अब मैँ क्या करूं ?

    सीतापुर से आए और हुए मायूस
    सीतापुर निवासी चंद्र प्रकाश और उनके साथी आशीष कुमार, ब्रज भान सिंह व अखिलेश कुमार द्धारिकाधीश के दर्शन के लिए अहमदाबाद की उड़ान पकड़ने आए थे। सड़क मार्ग से लखनऊ पहुंचने के बाद पता चला कि विमान तो निरस्त हो गया है। काउंटर पर कोई भी इंडिगो कर्मचारी जवाब नहीं दे रहा है।

    वेब चेक इन कराया फिर उड़ान निरस्त
    डा. स्मिता मिश्रा को लखनऊ से दिल्ली जाने वाली उड़ान के निरस्त होने की सूचना पहले भेजी गई। बाद में उनका वेब चेकइन बोर्डिंग पास ई-मेल पर भेज दिया गया। वेब चेकइन होने पर डा. स्मिता लखनऊ एयरपोर्ट पहुंची तो डीजी यात्रा एप ने उनको प्रवेश की अनुमति नहीं दी। बताया गया कि विमान तो निरस्त हो गया है। इंडिगो काउंटर पर लंबी लाइन देख वह टिकट रिफंड कराए बिना वापस लौट गईं।

    जाना था सिडनी, आए आसमान के नीचे
    आस्ट्रेलिया से अपनी 90 वर्ष की मां आशा के साथ अपर्णा वत्स शादी समारोह में हिस्सा लेने लखनऊ आयीं थी। यहां से उनकी लखनऊ से मुंबई की शुक्रवार की उड़ान थी, शनिवार को उनको वहां से ही सिडनी के लिए उड़ान भरना था। लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचने पर पता चला कि विमान निरस्त हो गया है। एयरपोर्ट परिसर के बाहर खुले आसमान के नीचे वह स्थिति देख भावुक हो गईं। मां और बेटी दोनों बस एक दूसरे को ढांढस बंधाते रहे।

    होटल छोड़ा, टैक्सी ने की मनमानी वसूली
    व्हील चेयर पर पत्नी पुष्पा सिंह के साथ देहरादून वापस लौट रहे बुजुर्ग एसके सिंह रास्ता तलाशने के लिए जूझते रहे। उन्हाेंने विमान निरस्त होने की सूचना न मिलने पर होटल छोड़ दिया। विमान निरस्त होने के बाद जब होटल में वापस ठहरने की बात की तो रेट बढ़ गए। दिल्ली के लिए किसी तरह 16 हजार रुपये में टैक्सी की व्यवस्था हुई।

    दूसरे विमान का विकल्प चार दिन बाद
    फतेहपुर से इस्लाम और इस्मालु दुबई काम करने जाने के लिए परिवार सहित एयरपोर्ट पहुंचे। कार वाले ने लखनऊ आने तक छह हजार रुपये किराया ले लिया। लखनऊ एयरपोर्ट पर पता चला कि विमान निरस्त है। दूसरे विमान का टिकट नौ दिसंबर का उपलब्ध कराने का विकल्प दिया गया। एयरलाइन अधिकारी इस बात को लेकर भी आश्वस्त नहीं दिखे कि यह विमान नौ को लखनऊ से उड़ान भर सकेगा या नहीं।

    दो दिन से सामान का इंतजार
    जया गुप्ता को पहले तो गुरुवार को हैदराबाद एयरपोर्ट पर लखनऊ आने वाले विमान के लेट होने की सही जानकारी नहीं मिली। वहां से देरी से विमान गुरुवार को लखनऊ पहुंचा। जया गुप्ता सहित 40 यात्रियों का सामान लखनऊ नहीं आया। शुक्रवार को भी जया गुप्ता और कई यात्री सामान लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे, बताया गया कि आज विमान निरस्त होने से सामान नहीं आया है।

    ट्रेनों में उमड़ी भीड़
    विमान सेवाओं के निरस्त होने का असर ट्रेनों पर पड़ा। कई वीआइपी ने ट्रेनों के टिकट बनवाए। एसी प्रथम में चलने वाले इन वीआइपी यात्रियों को अधिक डिमांड के कारण एसी थर्ड तक में यात्रा करना पड़ा। वहीं, लखनऊ एयरपोर्ट से बाहर निकलने के लिए यात्रियों ने कैब की भी बुकिंग खूब की। इसे देखते हुए कैब संचालक कंपनियों ने किराया बढ़ा दिया। दोपहर तीन बजे कम भीड़ वाले समय में भी एयरपोर्ट से हजरतगंज का कैब का किराया 500 रुपये से अधिक रहा।