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    Flatted Factories: लखनऊ के अमौसी औद्योगिक क्षेत्र में बहुमंजिला भवनों में संचालित की जाएंगीं फ्लैटेड फैक्ट्रियां

    By Rajeev Bajpai Edited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Thu, 20 Nov 2025 06:31 PM (IST)

    UP Insdustrial Development: इन्वेस्ट यूपी और यूपीसीडा के सीइओ विजय किरण आनंद ने गुरुवार को उद्यमियों के साथ भावी योजना साझा की। इसके अलावा अमौसी में आइटी सेक्टर को भी बढ़ावा दिया जाएगा ताकि प्रदेश की वन ट्रिलियन डालर इकनोमी हासिल करने में सहयोग किया जा सके।

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    फ्लैटेड फैक्ट्री एक बहुमंजिला औद्योगिक इमारत

    जागरण संवाददाता, लखनऊ : राजधानी में भी भविष्य में फ्लैटेड फैक्ट्री में उत्पादन होता नजर आएगा। फ्लैटेड फैक्ट्री का आशय है कि एक बहुमंजिला भवन में अलग-अलग तल पर कई फैक्ट्रियां या इकाइयों का संचालन किया जा सकेगा। इससे एक ही स्थान पर कम खर्च में बेहतर सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो सकेगा।
    अमौसी औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण करने आए इन्वेस्ट यूपी और यूपीसीडा के सीइओ विजय किरण आनंद ने गुरुवार को उद्यमियों के साथ भावी योजना साझा की। इसके अलावा अमौसी में आइटी सेक्टर को भी बढ़ावा दिया जाएगा ताकि प्रदेश की वन ट्रिलियन डालर इकनोमी हासिल करने में सहयोग किया जा सके।
    इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ठीक सामने होने के कारण अमौसी औद्योगिक क्षेत्र खास है। अपनी विशेष भौगोलिक स्थिति के कारण यह हमेशा चर्चा में हो रहता है, लेकिन अब तक यहां पर उस तरह की सुविधाएं नहीं विकिसत हो पाई हैं जिससे कि यहां पर कारोबार सुगम हो सके।
    अमौसी को एक माडल औद्योगिक क्षेत्र बनाने की योजना को आगे बढ़ाते हुए विजय किरण ने कहा कि फ्लैटेड फैक्ट्री एक अलग तरह का प्रोजेक्ट है, जिसके तहत कारोबारियों को न्यूनतम चार हजार वर्ग मीटर जमीन की दी जाएगी। जिस पर साढ़े तीन मंजिल तक एफएआर मिल सकेगा। अभी तक केवल व्यवसायिक इलाकों में ही इसकी बनाने की अनुमति थी, लेकिन अब औद्योगिक क्षेत्र में भी इस पर काम होगा।
    अमौसी औद्योगिक क्षेत्र के महासचिव रजत मेहरा ने पहल का स्वागत करते कहा के कई जगहों पर यह काफी बेहतर तरीके से काम कर रहा है। एक साथ कई उद्यमी खुद इसे बनाएंगे और अपनी इकाइयां चलाएंगे। इससे बहुत सारी चीजों से मुक्ति मिल जाएगी। एयरपोर्ट के पास होने के कारण निवेशकों और विदेश की कंपनियां भी यहां आकर्षित होंगे।
    यूपी इन्वेस्ट के कार्यपालक अधिकारी विजय आनंद ने आइटी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए अमौसी में ग्लोबल कपैसिटी सेंटर भी स्थापित करने की बात कही। इसके तहत बहुराष्ट्रीय कंपनियां स्थापित होंगी और यहां के आइटी व दूसरे कुशल युवाओं को नौकरियों के अवसर मिलेंगे। अमौसी औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव शंकर अवस्थी ने कहा कि सरकार सहयोग करे तो अमौसी की सूरत बदली जा सकती है।

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    क्या है फ्लैटेड फैक्ट्री

    फ्लैटेड फैक्ट्री एक बहुमंजिला औद्योगिक इमारत होती है जिसमें कई छोटी अलग-अलग औद्योगिक इकाइयां होती हैं। इसमें आम तौर पर छोटे व्यवसाय और उद्यमी इस्तेमाल करते हैं। प्रत्येक इकाई एक स्वतंत्र फैक्ट्री के रूप में काम करती है। इसका मुख्य उद्देश्य छोटे कारोबारियों को ज़मीन खरीदने या अलग से इमारत बनाने के बजाय कम लागत में अपनी फैक्ट्री लगाने का अवसर देना है। इमारतों में सामान्य सुविधाएं और सेवाएं साझा की जाती हैं, जैसे कि लिफ्ट, बिजली, कैंटीन, सुरक्षा और प्रशासनिक भवन। उद्यमियों को जमीन खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे उन्हें शुरुआत करने में काफी कम खर्च आता है। छोटे और मध्यम आकार के उद्योगों के लिए आदर्श होती हैं, जो शहर में जगह की कमी का सामना करते हैं। यह लखनऊ जैसे शहरी क्षेत्रों में औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देने में मदद करती हैं, जहां जमीन की उपलब्धता सीमित होती है। इन फैक्ट्री में गैर-प्रदूषणकारी उद्योगों को बढ़ावा दिया जाता है।