यूपी में फ्लैट दिलाने के नाम पर 14 लोगों से 55 लाख रुपये की ठगी, साक्ष्य न मिलने पर इन लोगों का हटा नाम
फ्लैट देने के नाम पर 14 लोगों से 55 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सबूतों की कमी के कारण कुछ आरोपियों के नाम हटा दिए गए हैं। पीड़ितों को फ्लैट भी नहीं मिला और उनके पैसे भी डूब गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अन्य आरोपियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है।

फ्लैट दिलाने के नाम पर 14 लोगों से 55 लाख रुपये की ठगी।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। ओमेक्स सिटी में फ्लैट दिलाने के नाम पर 14 लोगों से 55 लाख रुपये लेने के बाद जाली आवंटन पत्र थमा दिया गया था।। विभूतिखंड पुलिस ने ओमेक्स के चेयरमैन व एमडी बेटे समेत छह के खिलाफ विभूतिखंड थाने में गुरुवार रात मुकदमा दर्ज कर लिया था पुलिस इंस्पेक्टर अमर सिंह ने बताया जांच में चेयरमैन रोहतास गोयल व एमडी मोहिल गोयल के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले। इस कारण मुकदमे से उनका नाम हटा दिया गया।
जगदीशपुर स्थित इंडस्ट्रीयल एरिया निवासी हरीराम बाथम ने बताया कि उन्होंने व 13 अन्य लोगों जियाउद्दीन, नसरीन बेगम, शमा बानो, फैसल हसन, उनका भाई ताज मो. खान, नौरीन फातिमा, उनके पति फखरूल हसन, शबनम बानो, इंतजारुल, रुखसार अहमद, उनका भाई इरशाद अहमद, पवन कौशल, उनकी पत्नी गायत्री कौशल लखनऊ में फ्लैट लेना चाहते थे।
सभी ने ओमेक्स सिटी में फ्लैट लेने के लिए विभूतिखंड साइबर टावर में संपर्क किया था। वहां उनकी मुलाकात राहुल सिंह व अन्य से हुई थी। सभी को कंपनी ने आवंटन पत्र जारी कर दिया था। इसके एवज में पीड़ितों ने 25 लाख खाते व 30 लाख नकद दिए थे।
फ्लैट के नाम पर टालमटोल देख पीड़ितों ने छानबीन की तो पता चला कि आवंटन पत्र जाली है। 55 लाख की ठगी का एहसास होने पर पीड़ितों ने डीसीपी पूर्वी से मुलाकात कर शिकायत की। जांच में आरोप सही मिलने पर विभूतिखंड पुलिस ने चेयरमैन रोहतास गोयल, एमडी मोहित गोयल, राहुल सिंह, जितेश कुमार, रुद्र नारायण, रविंद्र कुमार व दो खाता धारकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली थी है।
इंस्पेक्टर के मुताबिक जांच में सामने आया कि रिपोर्ट दर्ज कराने वाले 14 पीड़ितों ने राहुल सिंह नाम के व्यक्ति के निजी खातों में रुपये जमा किये थे। इसकी जानकारी होने पर कंपनी ने राहुल सिंह के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसलिए चेयरमैन व एमडी का नाम मुकदमे से हटा दिया गया है।

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