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    झारखंड से बांग्लादेश तक फेंसेडिल कफ सीरप की तस्करी करने वाला ग‍िरफ्तार, STF ने लखनऊ से दबोचा

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 10:50 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने झारखंड से बांग्लादेश तक फेंसेडिल कफ सीरप की तस्करी करने वाले एक गिरोह के सदस्य मोहम्मद इरफान को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह झारखंड से कफ सीरप लाकर लखनऊ में बेचता था और फिर उसे बांग्लादेश भेजता था। एसटीएफ इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए जांच कर रही है।

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    जागरण संवाददाता, लखनऊ। नशे में इस्तेमाल होने वाली फेंसेडिल सीरप और कोडिन युक्त दवाएं झारखंड से बांग्लादेश सप्लाई करने वाले तस्कर अमित टाटा को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को गोमतीनगर के ग्वारी चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक लाल प्रताप सिंह ने बताया कि तस्कर के पास से दो मोबाइल, एक फार्च्यूनर समेत अन्य माल बरामद किया गया है। गिरोह के अन्य तस्करों की तलाश की जा रही है। अब तक चार लोगों को जेल भेजा जा चुका है।

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    एसटीएफ ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर जौनपुर के सुरेरी स्थित भोड़ा सीटूपुर गांव के रहने वाले अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा है। उन्होंने बताया कि बीती 12 नवंबर को सहारनपुर के सदर बाजार स्थित शास्त्री नगर निवासी विभोर राणा व विशाल सिंह को गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ के बाद अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा का नाम सामने आया था।

    तस्कर ने बताया कि आजमगढ़ के नरवे निवासी विकास सिंह के जरिए वाराणसी के कायस्थ टोला प्रहलाद निवासी शुभम जायसवाल से उसकी जान-पहचान हुई थी। विकास सिंह ने बताया था कि शुभम जायसवाल का एबाट कंपनी की फेंसेडिल कफ सीरप का शैली ट्रेडर्स के नाम से बड़ा कारोबार रांची, झारखंड में है।

    कोडीन युक्त फेंसेडिल कफ सीरप नशे के रूप में प्रयोग होता है, जिसकी काफी डिमांड पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में है। तस्कर ने बताया कि उसने धनबाद में देवकृपा मेडिकल एजेंसी के नाम से जनवरी 2024 में फर्म बनवाई थी। फर्म का सारा लेन-देन शुभम जायसवाल व उसके पार्टनर तथा उसका सीए देखता था। धनबाद के बिजनेस में उसने पांच लाख रुपये लगाए थे। उसे इन लोगों ने लगभग 20-22 लाख रुपये दिए। इस दौरान धनबाद दो से तीन बार ही गया था।

    इसके बाद इन लोगों के कहने पर वाराणसी में भी ड्रग लाइसेंस बनावकर फर्म खोल दी। इसका भी सारा लेन-देन शुभम जायसवाल व उसके साथी देखते थे। वाराणसी की फर्म में दो-तीन महीने ही फेंसेडिल का व्यापार होना बताया। उसके बाद एबाट कंपनी ने फेंसेडिल कफ सीरप बनाना बंद कर दिया गया था। जो भी रकम आती थी, उसे पत्नी साक्षी सिंह के खाते में डाल देता था। एसटीएफ की जांच में सामने आया कि इन लोगों ने मिलकर 1.30 लाख सीरप बांग्लादेश सप्लाई की है। पश्चिम बंगाल के डेटा की तलाश पुलिस कर रही है। सुशांत गोल्फ सिटी में अमित टाटा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

    कंपनी के अधिकारियों से मिलकर सौ करोड़ से ज्यादा सीरप था खरीदा

    अबतक की जांच में सामने आया कि शुभम जायसवाल व एबाट कंपनी के अधिकारियों से मिलकर 100 करोड से अधिक का कफ सीरप खरीदा था। जिसमें ज्यादातर सीरप फर्जी खरीद-बिक्री बिल, ई-वे बिल बनाकर तस्करी कर बेच दिया गया है। इसके गिरोह के सौरभ त्यागी, विभोर राणा समेत अन्य को गिरफ्तार किया था। लेकिन शुभम जायसवाल अपने परिवार व पार्टनर वरुण सिंह, गौरव जायसवाल के साथ दुबई भाग गया है।