झारखंड से बांग्लादेश तक फेंसेडिल कफ सीरप की तस्करी करने वाला गिरफ्तार, 1.30 लाख से शीशी सप्लाई करने का मिला डेटा
झारखंड से बांग्लादेश तक फेंसेडिल कफ सीरप की तस्करी करने वाले एक मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि उसने 1.30 लाख से अधिक शीशी सप्लाई की थीं। STF अब उससे पूछताछ कर रही है ताकि तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके और अन्य आरोपियों को भी पकड़ा जा सके।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। नशे में इस्तेमाल होने वाली फेंसेडिल सीरप और कोडिन युक्त दवाएं झारखंड से बांग्लादेश तक सप्लाई करने वाले तस्कर अमित टाटा को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को गोमतीनगर के ग्वारी चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक लाल प्रताप सिंह ने बताया कि तस्कर के पास से दो मोबाइल, एक फार्च्यूनर समेत अन्य माल बरामद किया गया है। गिरोह के अन्य तस्करों की तलाश की जा रही है।
अब तक चार लोगों को जेल भेजा जा चुका है।एसटीएफ ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर जौनपुर के सुरेरी स्थित भोड़ा सीटूपुर गांव का रहने वाला है। बीती 12 नवंबर को सहारनपुर के सदर बाजार स्थित शास्त्री नगर निवासी विभोर राणा व विशाल सिंह को गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ के बाद अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा का नाम सामने आया था।
तस्कर ने क्या बताया?
तस्कर ने बताया कि आजमगढ़ के नरवे निवासी विकास सिंह के जरिए वाराणसी के कायस्थ टोला प्रहलाद निवासी शुभम जायसवाल से उसकी जान-पहचान हुई थी। विकास सिंह ने बताया था कि शुभम जायसवाल का फेंसेडिल कफ सीरप का शैली ट्रेडर्स के नाम से बड़ा कारोबार रांची में है। तस्कर ने बताया कि उसने धनबाद में देवकृपा मेडिकल एजेंसी के नाम से जनवरी 2024 में फर्म बनवाई थी। फर्म का सारा लेन-देन शुभम जायसवाल व उसके पार्टनर तथा उसका सीए देखता था। धनबाद के बिजनेस में उसने पांच लाख रुपये लगाए थे।
उसे इन लोगों ने लगभग 20-22 लाख रुपये दिए। इस दौरान धनबाद दो से तीन बार ही गया था। इसके बाद इन लोगों के कहने पर वाराणसी में भी ड्रग लाइसेंस बनवाकर फर्म खोल दी। इसका भी सारा लेन-देन शुभम जायसवाल व उसके साथी देखते थे।
वाराणसी की फर्म में दो-तीन महीने ही फेंसेडिल का व्यापार होना बताया गया। एसटीएफ की जांच में सामने आया कि इन लोगों ने मिलकर 1.30 लाख शीशी सीरप बांग्लादेश सप्लाई की है। बंगाल के डेटा की तलाश पुलिस कर रही है। सुशांत गोल्फ सिटी में अमित टाटा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कंपनी के अधिकारियों से मिलकर 100 करोड़ से ज्यादा सीरप खरीदी
अबतक की जांच में सामने आया कि शुभम जायसवाल व कफ सीरप बनाने वाली कंपनी के अधिकारियों से मिलकर अमित ने 100 करोड़ से अधिक की कफ सीरप खरीदी थी, जिसमें ज्यादातर सीरप फर्जी खरीद-बिक्री बिल, ई-वे बिल बनाकर तस्करी कर बेच दी गई है। इसके गिरोह के सौरभ त्यागी, विभोर राणा समेत अन्य को गिरफ्तार किया था, लेकिन शुभम जायसवाल अपने परिवार व पार्टनर वरुण सिंह, गौरव जायसवाल के साथ दुबई भाग गया है।

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