Move to Jagran APP

आंतरिक उठापटक से मुस्लिम वोट बैंक खिसकने का खतरा, आजम ने चेताया

समाजवादी कलह में मुस्लिम वोट बैंक फिसलने की आशंका सताने लगी है। विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने यह चिंता हावी रही।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sat, 31 Dec 2016 10:17 PM (IST)Updated: Sun, 01 Jan 2017 10:24 PM (IST)

लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। समाजवादी कलह में मुस्लिम वोट बैंक फिसलने की आशंका पार्टी नेताओं को सताने लगी है। आज विधायकों व पदाधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने यह चिंता हावी रही।

loksabha election banner

खासकर मंत्रियों और विधायकों का कहना था कि पार्टी की आंतरिक उठापटक का मुस्लिमों में संदेश ठीक नहीं जा रहा है। पार्टी नेतृत्व तक यह चिंता पहुंचाने का काम आजम खां ने भी किया। सुलह की कमान संभालते हुए आजम ने सुबह से ही कोशिशें तेज कर दी थी। अपने आवास पर मुस्लिम नेताओं की बैठक में समस्या पर विचार किया। उन्होंने सपा प्रमुख मुलायम सिंह और शिवपाल यादव से बैठक कर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात की। जिसका नतीजा रहा कि अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन 24 घंटे के भीतर ही वापस हो गया। मगर जिस तरह अभी भी चालें चली रही हैं, उससे मुस्लिम मतदाताओं में घबराहट भी है।

मुलायम के पत्रः कुकृत्य छिपाने और सीबीआइ से बचने को मेरा अपमान

मुख्यमंत्री आवास पर जुटे लोगों ने आपसी बातचीत में कहा भी मुसलमान अब भी मुलायम सिंह को ही अपना नेता मानता है, दल में दूसरा कोई इतना प्रभावशाली नहीं है। ऐसे में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस दिशा में पहल करनी होगी। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले आपसी चर्चा में एक मंत्री ने कहा भी अगर मुसलमान खिसका तो सौ का आंकड़ा पार करने में खासी दुश्वारी होगी।

तस्वीरों में देखें-सपा कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करती पुलिस

दलित मुस्लिम समीकरण में मजबूती का खतरा

सपा के आंतरिक विवादों पर मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी बसपा की नजर भी लगी है। दलित-मुस्लिम समीकरण पर भी चर्चा हुई। पश्चिमी उप्र के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि मुस्लिमों की आशंका है समाजवादियों में एकता जनता को नजर नहीं आएगी तो हालात गत लोकसभा चुनाव से ज्यादा खराब हो सकते है। एक कैबिनेट मंत्री ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह द्वारा मुसलमानों के लिए संघर्ष की याद दिलाते हुए कहा कि इसके लिए उन्होंने अपमान भी सहे, मगर डिगे नहीं। सूत्रों का कहना है कि मुलायम सिंह के साथ आजम खां की दो बैठकों में भी सपा की कलह से मुसलमानों में बढ़ती चिंता से अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पार्टी से निष्कासित करने के खतरे भी गिनाए। मुस्लिमों के खिसकने से सत्ता में नहीं बने रह पाने की आशंका जताते हुए विवाद पर विराम लगाने का आग्रह किया।

यह भी पढ़ें

अखिलेश-रामगोपाल की सपा में वापसी, जारी होगी प्रत्याशियों की नई सूची

अखिलेश-शिवपाल समर्थक टकराए, पुलिस ने लाठी भांजकर खदेड़ा

तस्वीरों में देखें-सपा कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करती पुलिसअखिलेश को सर्वसम्मत नेता बनाना मुलायम का मास्टर गेम : साध्वी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.