Prashant Kumar: उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष
Uttar Pradesh Shiksha Sewa Chayan Aayog: उन्होंने अप्लाइड जूलॉजी में एमएससी, डिजास्टर मैनेजमेंट में एमबीए और डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज में एमफिल क ...और पढ़ें

पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विश्वस्त अफसरों में शामिल रहे पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार को प्रदेश में बड़ा पद मिला है। प्रशांत कुमार को उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इनसे पहले पूर्व मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को प्रदेश सरकार ने स्टेट ट्रांसफॉर्मेशन कमीशन का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया। राज्य योजना आयोग को स्टेट ट्रांसफॉर्मेशन कमीशन के रूप में 10 अक्तूबर 2022 गठित किया गया था।
उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग का अध्यक्ष के रूप में प्रशांत कुमार का कार्यकाल कार्यभार संभालने से लेकर तीन वर्ष का होगा। योगी आदित्यनाथ सरकार ने उच्च और माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग का विलय कर एक ही आयोग का गठन किया है। प्रशांत कुमार की नियुक्ति के औपचारिक आदेश गुरुवार तक होंगे। प्रशांत कुमार उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के दूसरे अध्यक्ष होंगे।
नौकरी से साथ शिक्षा को भी वरीयता
प्रशांत कुमार की गिनती उन गिने-चुने आईपीएस अधिकारियों में होती है, जिन्होंने अपनी सेवा के साथ-साथ उच्च शिक्षा को भी प्राथमिकता दी। उन्होंने अप्लाइड जूलॉजी में एमएससी, डिजास्टर मैनेजमेंट में एमबीए और डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज में एमफिल की डिग्रियां हासिल की हैं। उन्होंने अपनी शैक्षणिक योग्यता को भी बढ़ाने में काफी समय दिया। इससे स्पष्ट है कि पुलिसिंग के साथ-साथ रणनीतिक और वैज्ञानिक सोच में भी उनकी गहरी रुचि रही है।
1990 बैच के आईपीएस अफसर प्रशांत कुमार इसी वर्ष जून में डीजीपी पद से रिटायर हुए थे। उस समय भी उनके सेवा विस्तार की अटकलें काफी तेज थीं, लेकिन राजीव कृष्णा को डीजीपी नियुक्त किया गया। प्रशांत कुमार ने करीब डेढ़ वर्ष तक कार्यवाहक डीजीपी के रूप में उत्तर प्रदेश पुलिस का नेतृत्व किया। सरकार ने 1991 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्णा को नियुक्त किया है। प्रशांत कुमार मूल रूप से बिहार के सीवान जिले के हैं। वह केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी थे और उन्होंने लंबे समय से उत्तर प्रदेश पुलिस में सेवा दी। उन्होंने एडीजी व आईजी मेरठ जोन, डीजी कानून-व्यवस्था और डीजी आर्थिक अपराध शाखा जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उन्होंने अपने रणनीतिक कौशल और कड़क प्रशासनिक फैसलों के चलते एक सख्त और प्रभावशाली पुलिस अधिकारी की छवि बनाई।

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