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    LDA में फ्लैट खरीदने के बाद भी लोगों को आ रही है दिक्‍कतें, नहीं हो रही समय से रजिस्ट्री

    By Rafiya NazEdited By:
    Updated: Tue, 09 Feb 2021 11:23 AM (IST)

    लखनऊ विकास प्राधिकरण में फ्लैट खरीदने वाले परेशान हो रहे हैं। मुख्य नगर नियोजक व वित्त नियंत्रक के यहां फाइलें पहुंचने के बाद फाइलों को पूरा होने में पंद्रह से बीस दिन लग रहे हैं। तीन से चार दिन में होने वाला काम पंद्रह से बीस दिन ले रहा है।

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    एलडीए में मुख्य नगर नियोजक व वित्त नियंत्रक के यहां फंस रही हैं रजिस्‍ट्रेशन की फाइलें। (प्रतीकात्‍मक फोटो)

    लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) में फ्लैट खरीदने वाले परेशान हो रहे हैं। कारण मुख्य नगर नियोजक व वित्त नियंत्रक के यहां फाइलें पहुंचने के बाद फाइलों को पूरा होने में पंद्रह से बीस दिन लग रहे हैं। ऐसे में तीन से चार दिन में होने वाला काम पंद्रह से बीस दिन ले रहा है। दोनों अफसरों के यहां मिलाकर पच्चीस से तीस दिन लग रहे हैं। ऐसे में 14 कार्य दिवस का वादा संबंधित अफसर पूरा नहीं कर रहे हैं। इससे लविप्रा के फ्लैट खरीदने वालों में निराशा है। यह हाल तब है जब डीएम व लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश आदेश दे चुके हैं। 

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    आवंटी विवेक सिंह ने सीजी सिटी में एच 3/304 में फ्लैट बुक कराया था। 11 जून 2020 से फाइल नियोजन अनुभाग में फंसी है। इसी तरह सीजी सिटी में सी 1/104 को इशरत हाजिरा ने बीस अक्टूबर 2020 को बुक कराया था। इसका भी लीज प्लान मुख्य नगर नियोजक के यहां फंसा पड़ा हुआ है। यह बानगी है। दर्जनों फ्लैट खरीदने वाले इसलिए परेशान हैं क्योंकि लीज प्लान समय से नहीं बन रहे हैं। 

    इसी तरह वित्त नियंत्रक अनुभाग में फाइलें रुकने धीमी गति से होने का सिलसिला बरकरार है। फ्लैट खरीदने वाले राहुल यादव ने सीजी सिटी के एच 3/201 बुक कराया था। फाइल वित्त नियंत्रक के यहां 20 अक्टूबर 2020 को भेजी गई थी जो छह फरवरी 2021 को आई। इसी तरह पंकज कुमार मिश्रा ने सीजी सिटी में सी टू 2/303 फ्लैट लिया। 23 नवंबर 2020 को फाइल गई और करीब ढई माह बाद छह फरवरी को वापस आई। 

    मुख्य नगर नियोजक  नितिन मित्तल ने बताया कि सवाल खड़ा होता है कि अगर यही संबंधित अफसरों की गति रही तो फ्लैट की औपचारिकताएं तो सालों में पूरी होंगी। 

    क्‍या कहते हैं जिम्‍मेदार 

    फ्लैटों का लीज बनाने का काम तो सतत प्रकिया है, इसमें तो समय लगेगा ही। मेरे पास कर्मचारी सीमित हैं और काम बढ़ गया है। इसलिए समय लग रहा है। 

    लविप्रा उपाध्यक्ष व डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि फ्लैट का पूरा पैसा जमा होने के बाद 14 कार्यदिवस के आदेश दिए गए हैं। अगर इसमें लापरवाही बरती गई तो संबंधित अफसर व कर्मचारी कार्यवाही के लिए तैयार रहे।