Smart Meter: बिजली विभाग का नया खेल, मीटर लगा नहीं... फिर भी आ गया 1 लाख का बिल और कनेक्शन गुल
लखनऊ में बिजली विभाग की लापरवाही से उपभोक्ता परेशान हैं। अंजनी कुमार राय का बिजली कनेक्शन एक लाख रुपये बकाया होने के कारण काट दिया गया जबकि उनका कहना है कि जिस मीटर से बकाया दिखाया जा रहा है वह उनके घर पर लगा ही नहीं है। स्मार्ट मीटर को लेकर भी गड़बड़ी सामने आई है। उपभोक्ता ने विभाग से जांच की मांग की है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। बिजली विभाग के अभियंताओं की कारस्तानी का खामियाजा उपभोक्ता को उठाना पड़ रहा है। उपभोक्ता अंजनी कुमार राय का चिनहट के कमता स्थित नेहरु नगर में आवास है। उनका बिजली कनेक्शन इसलिए काट दिया गया कि उन पर एक लाख रुपये बकाया है।
उपभोक्ता कमता बिजली उपकेंद्र के चक्कर लगाकर सफाई दे रहा हैं कि जिस मीटर से उनका बकाया दिखाया जा रहा है, वह मीटर उनके परिसर में लगा ही नहीं है। ऐसे में बिजली कनेक्शन क्यों काटा गया है, इसका कोई जवाब नहीं दे रहा है।
स्थिति तब है जब वह बिजली का बिल जमा करते रहे। फिर स्मार्ट मीटर का सरकारी दस्तावेजों में फीड कर दिया गया है। इसकी शिकायत उपभोक्ता करते रहें, कोई सुनवाई नहीं हुई।
उपभोक्ता अंजनी कहते हैं कि बिजली कनेक्शन लेते समय उनका मीटर संख्या सी 1950311391102 लगाया गया था। कुछ समय बाद मीटर बदलकर नया मीटर ए 15355 लगा दिया गया। परंतु मीटर आज तक फीड नहीं किया गया उल्टे कुछ दिनों बाद स्मार्ट मीटर फीड कर दिया गया। मौके पर कैपिटल कंपनी का सामान्य मीटर लगा है।
उपभोक्ता का तर्क है कि जब बिल जमा हो रहा था, सही मीटर लगा था तो मीटर क्यों बदला गया? अगर स्मार्ट मीटर लगाना ही था, तो मौके पर लगाया जाता, यह तो कागजों पर लगा दिया गया और बिल भी एक लाख भेज दिया। उनके मुताबिक जो बिल एक लाख आया है, उसका मीटर संख्या जीपी 677442 कहां लगा है, यह विभाग ही बता सकता है।
मुझे अभी तक इसका कोई रिकार्ड विभाग द्वारा नहीं दिया गया है और न ही सीलिंग सर्टिफिकेट, उनके मुताबिक एक प्रति सीलिंग की विभाग के पास होती है, उसी में विभाग रिसीविंग दिखा दे। ऐसे में बिना जांचें परखें कनेक्शन काटना क्या उचित है?
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