Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ED भी करेगा संदिग्ध शमशुल हुदा के खि‍लाफ जांच, देश विरोधी गतिविधियों के लिए विदेशी फंडिंग का मामला

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 07:08 PM (IST)

    देश विरोधी गतिविधियों में शामिल निजी मदरसा संचालक शमशुला हुदा खान के विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच करेगा। सूत्रों का कहना है कि ईडी ने संतकबीरनगर में शमशुल के विरुद्ध दर्ज एफआईआर का अध्ययन किया है। फेमा के तहत दर्ज मुकदमे में ईडी उसके विरुद्ध विदेश से जुटाई गई रकम को लेकर अपनी पड़ताल जल्द शुरू करेगा। शुरुआती जांच में शमशुल के खातों में विदेश से चार कराेड़ रुपये से अधिक रकम का लेनदेन सामने आया है।

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। देश विरोधी गतिविधियों में शामिल निजी मदरसा संचालक शमशुला हुदा खान के विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच करेगा। सूत्रों का कहना है कि ईडी ने संतकबीरनगर में शमशुल के विरुद्ध दर्ज एफआईआर का अध्ययन किया है। फेमा के तहत दर्ज मुकदमे में ईडी उसके विरुद्ध विदेश से जुटाई गई रकम को लेकर अपनी पड़ताल जल्द शुरू करेगा। शुरुआती जांच में शमशुल के खातों में विदेश से चार कराेड़ रुपये से अधिक रकम का लेनदेन सामने आया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने ब्रिटेन की नागरिकता हासिल कर चुके शमशुल की गतिविधियों पर संदेह होने पर जांच की थी। जिसमें सामने आया था कि वह कई बार पाकिस्तान भी जा चुका है। जम्मू-कश्मीर के संदिग्ध आतंकियों से भी उसका संपर्क रहा है। वह ब्रिटेन में रहकर मदरसों के नाम पर विदेश से फंड हासिल कर रहा था। एटीएस को उसकी अंतिम लोकेशन भी इंग्लैंड में मिली थी। आशंका है कि वह विदेश में ही है। पुलिस उसके कुछ करीबियों की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है।

    एटीएस की जांच में सामने आया था कि शुमशुल कुलियातुल बनातीर रजबिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी तथा रजा फाउंडेशन नाम से एनजीओ संचालित करता था और संतकबीरनगर के खलीलाबाद में निजी मदरसे का निर्माण भी कराया था। एनजीओ व मदरसे के माध्यम से उसने विदेश से फंड जुटाया था। वह भारत में इस्लामीकरण काे बढ़ावा देने की मुहिम से जुड़ा था।

    आजमगढ़ के मुबारकपुर में भी उसने एक मदरसा संचालित किया था। आजमगढ़ के एक मदरसे में शुमशुल सहायक अध्यापक भी था और 2023 में बिट्रिश नागरिकता लेने के बाद भी वह वेतन लेता रहा। उसकी वेतन वृद्धि भी होती रही और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद पेंशन भी स्वीकृत कर दी गई थी। एटीएस की रिपोर्ट के बाद संतकबीरनगर में शुमशुल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराए जाने के साथ ही उसके मदरसे को सील किया गया था।

    एनजीओ के माध्यम से विभिन्न मदरसों के नाम पर फंड जुटाए जाने को लेकर अब उसके विरुद्ध जांच का घेरा कसेगा। यह भी पता लगाया जाएगा कि विदेश से जुटाई गई रकम को किन गतिविधियों में लगाया गया था।