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    रोहतास समूह के करीबियों की तलाश कर रहा ईडी, निवेशकों से ठगी के मामले में संपत्तियां भी होंगी जब्त

    Updated: Tue, 04 Nov 2025 05:30 AM (IST)

    प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रोहतास समूह के निदेशकों और उनके सहयोगियों की तलाश कर रही है, जिन पर निवेशकों को धोखा देने का आरोप है। निवेशकों के धन से खरीदी गई संपत्तियां, जो रिश्तेदारों के नाम पर थीं, ईडी द्वारा खोजी जा रही हैं। इस मामले में सेल कंपनियों के माध्यम से किए गए लेन-देन और लखनऊ में जमीन की बिक्री की भी जांच की जा रही है।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) निवेशकों से ठगी के बड़े मामले में रोहतास समूह के संचालकों परेश रस्तोगी, उनके भाई पीयूष व दीपक रस्तोगी के अलावा उनके कई करीबियों की भी तलाश कर रहा है। निवेशकों की रकम से जुटाई गईं कई संपत्तियों को आरोपितों ने अपने रिश्तेदारों के नाम कर दिया था।

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    सूत्रों का कहना है कि ईडी ऐसी संपत्तियों को चिन्हित करने का प्रयास कर रहा है। इसकी तह तक पहुंचने के लिए रोहतास समूह से जुड़ी रही कई कंपनियों के बैंक खातों की पड़ताल भी की जा रही है।

    कुछ सेल कंपनियों के माध्यम से हुए बड़े लेनदेन की जानकारियां भी सामने आई हैं। आशंका है कि इस रकम से दिल्ली-नोएडा व अन्य स्थानों पर संपत्तियां खरीदी गई थीं।

    रोहतास समूह द्वारा सहयोगी कंपनियों के जरिए संपत्तियां बेचकर मोटी रकम जुटाए जाने की जांच के दौरान ही लखनऊ में 100 बीघा से अधिक जमीन बेचे जाने का मामला भी सामने आया था।

    रोहतास समूह ने लाला जुगल किशोर कंपनी ने एलएलपी (लिमिटेड लाइबेल्टी पार्टनरशिप) फर्मों के माध्यम से 100 बीघे से अधिक जमीन बेची थी। ईडी ने दो एलएलपी फर्माें अमाल्या कंस्ट्रक्शन व अमायरा इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए खरीदी गई जमीनों को जब्त किया है, जिनकी कीमत 300 करोड़ रुपये से अधिक है।

    इन फर्मों के जरिए अन्य संपत्तियों की खरीद को लेकर भी जांच चल रही है। निवेशकों ने रोहतास समूह के संचालकों के विरुद्ध 83 मुकदमे दर्ज कराए थे। ईडी ने इन मुकदमों को आधार बनाकर मामले में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।

    रोहतास समूह के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान कई बेनामी संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज भी बरामद हुए थे। संचालकों ने अपने कई रिश्तेदारों के नाम इन संपत्तियाें का सौदा किया था।

    पुलिस ने जुलाई 2022 में रोहताश समूह की 116.23 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की थीं। ईडी इन संपत्तियों की खरीद-फरोख्त को लेकर हुए लेनदेन व उनसे जुड़ी कंपनियों की पड़ताल भी कर रहा है।