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    Dussehra 2023: यूपी में रावण दहन, धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया व‍िजयदशमी का पर्व

    By Vinay SaxenaEdited By: Vinay Saxena
    Updated: Tue, 24 Oct 2023 08:57 PM (IST)

    Vijayadashami 2023 देशभर में दशहरे का पर्व धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने घरों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की। साथ ही शस्त्रों का पूजन और बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। राजधानी लखनऊ सह‍ित यूपी के अलग-अलग ज‍िलों में रावण के पुतले का दहन क‍िया गया।

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    लखनऊ सह‍ित यूपी के अलग-अलग ज‍िलों में रावण के पुतले का दहन क‍िया गया।

    ड‍िजि‍टल डेस्‍क, लखनऊ। देशभर में दशहरे का पर्व धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने घरों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की। साथ ही शस्त्रों का पूजन और बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। राजधानी लखनऊ सह‍ित यूपी के अलग-अलग ज‍िलों में रावण के पुतले का दहन क‍िया गया।

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    Lucknow: ऐशबाग में जला शहर का सबसे ऊंचा रावण

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। ऐशबाग के रामलीला मैदान में शहर के सबसे ऊंचे रावण को दहन किया गया। आतिशबाजी के बीच हुए दहन में कई लोग शामिल हुए। अध्यक्ष हरिश्चंद्र अग्रवाल की अध्यक्षता और संयोजक आदित्य द्विवेदी के संचालन में आयोजित विजय दशमी समारोह में राज्यसभा सदस्य डॉ. दिनेश शर्मा मुख्य अतिथि शामिल हुए। मुख्य अतिथि ने कहा कि सच्चाई के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने बुराई पर विजय पताका लहारा कर यह बता दिया है कि सच्चाई की हमेशा जीत होती है। बुराई को परास्त होना पड़ता है। लोगों में उत्साह हमारी सांस्कृतिक विरासत ही है जो हजारों साल बाद भी श्रीराम के आदर्श को जीवंत किए हुए है।

    उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की मौजूदगी में ' सनातन धर्म के विरोध का दमन हो' थीम पर शहर के सबसे ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। 80 फीट के रावण के पुतले का दहन के पहले आतिशबाजी हुई।

    कानपुर रोड एलडीए कालोनी के जय जगत पार्क में विजय शोभायात्रा के साथ रावण व कुंभकरण के पुतले का दहन किया गया। संयोजक सदस्य अनिल कुमार ने बताया कि विनय नगर से शोभायात्रा निकाली गई। रावण व श्रीराम सेना के साथ निकली शोभायात्रा देर शाम जय जगत पार्क में पहुंचा जहां रावण का पुतला 40 फीट और मेघनाद का 35 फीट ऊंचे पुतले का दहन किया गया।

    कानपुर रोड सेक्टर-एच रामलीला समिति के अध्यक्ष गोपाल जी मिश्रा ने बताया कि रावण के 40 फीट और मेघनाद के 35 फीट के पुतले का दहन किया गया। एचएएल परिसर 40 फीट ऊंचे रावण और 35 फीट ऊंचे मेघनाद के पुतले का दहन किया गया। चिनहट में 40 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। डालीगंज के मौसमगंज रामलीला समिति के अध्यक्ष घनश्याम अग्रवाल के संयोजन में श्रीराम-रावण युद्ध के बाद रावण का दहन किया गया। रावण के 30 फीट ऊंचे पुतले का दहन रामलीला मैदान में किया गया। वहीं जानकीपुरम, अलीगंज, गोमतीनगर के एमिटी स्कूल के पास, डालीगंज, रायबरेली रोड, साउथ सिटी रेलवे ओवरब्रिज के पास समेत कई स्थानों पर लोग रेडीमेड रावण के पुतले खरीदारी करते नजर अए। मुहल्लों में रावण दहन करके विजय पर्व का उल्लास मनाया गया।

    कासगंज में रावण का दहन

    रामलीला महोत्सव के तहत जिलेभर में विजय दशमी पर मंगलवार को बुराई के प्रतीक रावण का दहन किया गया। नगर में प्रभु पार्क में दशानन दहन मेला आयोजित हुआ। इसे देखने के लिए जनसैलाव उमड़ा। शाम को श्रीराम और रावण से स्वरूपों में युद्ध का मंचन हुआ। इसके बाद 52 फीट ऊंचे रावण के पुतले को जलाया गया। वह धूं-धूंकर जला। खूब आतिशबाजी हुई और जयश्रीराम के नारे लगे। देहात में भी रावण के पुतला फूंके गए। प्रभु पार्क में दोपहर से ही दशानन दहन मेला शुरू हो गया था। धीरे-धीरे लोग जुट रहे थे। शाम को भगवान श्रीराम और रावण के स्वरूप रथों में बैठकर पहुंचे। श्रीराम-रावण युद्ध हुआ। अंत में श्रीराम ने रावण के पुतले पर अग्निबाण छोड़ा और वह धूं-धूंकर जल उठा। पुतले से हो रही आतिशबाजी देखने के लिए लोग जमे रहे। परंपरात मेले में बच्चों ने धनुष-वाण, टेसू, झांझी, गदा आदि खेल-खिलौने खरीदे। चाट-पकौड़ी की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ रही।

    चंदौसी: घरों में शस्त्र पूजन कर मनाया गया दशहरा पर्व

    नगर के साथ ही ग्रामीण आंचलों में भी दशहरा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस दौरान लोगों ने घरों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की। साथ ही शस्त्रों का पूजन और बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मंगलवार को दशहरा पर्व रावण का दहन कर मनाया गया। वहीं, नगर के साथ ग्रामीण अंचलों में पूजा-अर्चना कर हर्षोल्लास के साथ दशहरा पर्व मनाया गया। सुबह घरों में दशहरा रखा गया। इसके बाद परिवार के लोगों ने स्नान कर विधि-विधान से दशहरा और शस्त्र की पूजा की। इस दौरान छोटों ने परिवार के बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।