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    World Cancer Day 2021: शरीर में कहीं भी गांठ बने तो न आएं तनाव में, हर गांठ कैंसर नहीं होती

    By Anurag GuptaEdited By:
    Updated: Thu, 04 Feb 2021 09:31 PM (IST)

    शरीर में कहीं भी गांठ बनने पर वह कैंसर को लेकर घबरा जाते हैं। पुरुष हो या महिला कई दिनों तक तनाव में रहते हैं। हकीकत उलट है सिर्फ 10 फीसद गांठ ही कैंसर की होती हैं। वहीं 90 फीसद गांठाें में कैंसर सेल्स नहीं पाए जाते हैं।

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    विश्व कैंसर दिवस पर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉ. आशीष सिंघल ने कैंसर संबंधी आशंकाओं को दूर किया।

    लखनऊ, जेएनएन। देश में कैंसर बढ़ रहा है। हर उम्र के लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस बीच तमाम लोग भ्रम के शिकार भी हो रहे हैं। शरीर में कहीं भी गांठ बनने पर वह कैंसर को लेकर घबरा जाते हैं। पुरुष हो या महिला कई दिनों तक तनाव में रहते हैं। हकीकत उलट है, सिर्फ 10 फीसद गांठ ही कैंसर की होती हैं। वहीं 90 फीसद गांठाें में कैंसर सेल्स नहीं पाए जाते हैं। इस गांठ के विभिन्न कारण हो सकते हैं। विश्व कैंसर दिवस पर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग के डॉ. आशीष सिंघल ने फोन पर पाठकों की बीमारी संबंधी आशंकाओं को दूर किया।

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    प्रश्न : क्या कोई भी गांठ शरीर में है, वह कैंसर हो सकती है। इससे कैसे बचें। सतीश, हरदोई

    उत्तर : हर गांठ कैंसर नहीं होती है। सिर्फ 10 फीसद गांठों में ही कैंसर की संभावना रहती है। वहीं कैंसर से बचाव के लिए अपना खानपान, जीवनशैली को ठीक रखें।

    प्रश्न : गुटखा का सेवन करता हूं। मुंह कम खुलता है, क्या करें। राजेश, आलमबाग

    उत्तर : पान-मसाला में रसायन होते हैं। यह मुंह के अंदर की परत को मोटी कर देते हैं। ऐसे में मुंह कम खुलने लगता है। इसे छोड़ दें। मुंह की एक्सरसाइज करें।

    प्रश्न : पांच-छह वर्ष से प्रोस्टेट की समस्या है, क्या कैंसर तो नहीं हो जाएगा। कस्तूरी लाल, आलमबाग

    उत्तर : प्रोस्टेट की समस्या उम्र बढ़ने पर हो जाती है। एक पीएसए जांच करा लें। रेंज 10 से ऊपर है, तो डॉक्टर को दिखाएं। नॉर्मल है, तो कैंसर को लेकर न घबराएं।

    प्रश्न : गले में सूजन व बाएं हिस्से में हल्की गांठ है। कैंसर को लेकर डर लगता है। विनय गोंडा

    उत्तर : गले में सिस्ट की समस्या हो सकती है। एक बार ईएनटी के डॉक्टर को दिखा लें। कैंसर की चिंता न करें।

    प्रश्न : फेफड़े के कैंसर के क्या लक्षण हो सकते हैं। जिससे सतर्कता बरत सकूं। विनोद गौड़, अयोध्या

    उत्तर : खांसी आना, खांसी में खून आना, सांस फूलना, सीने में दर्द, भूख न लगना, वजन कम होना आदि प्रमुख लक्षण हैं।

    प्रश्न : मल मार्ग में कैंसर की समस्या बताई गई है। अब दिक्कत बढ़ गई है, क्या करें। गिरजाशंकर, रायबरेली

    उत्तर : जिसे यह दिकत्त है, उसे डॉक्टर को दिखाएं। समय पर इलाज कराएं। तब तक हल्के गुनगुना पानी में बैठाएं, राहत मिलेगी। पानी अधिक गर्म न करें।

    प्रश्न : 61 वर्ष का हो गया हूं। प्रोस्टेट कैंसर का डर सता रहा है। कैसे कंफर्म करूं। लखन लाल, न्यू हैदराबाद

    उत्तर : पेशाब बार-बार जा रहे हैं। धार कमजोर हो गई हो। ऐसे में डिजिटल एक्जामिनेशन व पीएसए की जांच करा लें। स्पष्ट हो जाएगा।

    प्रश्न : पिता जी के पेशाब संग प्रोटीन भी निकल रहा है। क्या हो सकता है। वेद प्रकाश, गोंडा

    उत्तर : डायबिटीज की समस्या होगी। शरीर में शुगर की मात्रा नियंत्रित रखें। डॉक्टर को दिखाकर इलाज कराएं।

    प्रश्न : बेटे की ओरल कैंसर से मौत हो गई। अब बहु के गले में गिल्टी निकल आई है, क्या कैंसर हो सकता है। जगन्नाथ, सुल्तानपुर

    उत्तर : गिल्टी के कारण दूसरे होंगे। कैंसर की उम्मीद नहीं है। आशंका है, तो एक बार डॉक्टर को दिखाकर स्पष्ट कर लें। अधिक तनाव न लें।

    प्रश्न : गले व आहार नली का कैंसर हो चुका है। अब ठीक हूं। क्या दोबारा जांच की आवश्यकता है। रजवंत सिंह, अयोध्या

    उत्तर : कैंसर मरीज को छह-छह माह पर जांच करानी चाहिए। आपका चार वर्ष पहले ऑपरेशन हुआ है। ऐसे में अब एक चेस्ट एक्स-रे व इंडोस्कोपी करा लें।

    प्रश्न : गॉल ब्लैडर में स्टोन है, क्या इसका ऑपरेशन कराने पर कैंसर पनप सकता है। संजय, लखनऊ 

    उत्तर : स्टोन निकलवाने से कैंसर नहीं होगा। वहीं ज्यादा दिन स्टोन शरीर के अंदर रहने पर संबंधित अंग में रगड़ बनती रहती है। ऐसे में अल्सर व फिर कैंसर बन सकता है। लिहाजा, स्टोन को निकलवा दें।

    प्रश्न : जबड़े से खून निकलता है। डॉक्टर ने ट्यूमर बताया है। क्या करें। नरेंद्र माथुर, गाेमती नगर

    उत्तर : सीटी स्कैन व बायोप्सी कराएं। रिपोर्ट आने पर डॉक्टर को दिखाएं और इलाज कराएं।

    प्रश्न : गले में दो गिल्टी हैं। कैंसर को लेकर डर बना रहता है। विवेक गुप्ता, गोंडा

    उत्तर : गले में ज्यादार गिल्टी इनफेक्टिव होती हैं। घबराने की जरूरत नहीं है। ईएनटी के डॉक्टर को दिखाकर दवा ले लें। धूमपान छोड़ दें।

    प्रश्न : एक डॉक्टर ने बेटे में ब्लड कैंसर की आशंका जताई है। इसमें क्या लक्षण होते हैं। दिलीप सुल्तानपुर 

    उत्तर : ब्लड कैंसर में अमूमन तिल्ली बढ़ जाती है। हड्डियों में दर्द शुरू हो जाता है। खासकर, छाती की हड्डी में ज्यादा दर्द होता है। हिमेटोलॉजिस्ट को दिखा लें।

    प्रश्न : मलमार्ग से पानी का रिसाव हो रहा है। शरीर कमजोर हो गया है। असगर, अयोध्या

    उत्तर : एक बार स्टूल टेस्ट करा लें। इंफेक्शन की संभावना है। इसके अलावा कोलोनोस्कोपी भी करा सकते हैं।

    कैंसर के बारे में डॉक्टर की बात

    • देश में हर साल 11 लाख से ज्यादा लोगों में कैंसर की पुष्टि
    • हर साल करीब आठ लाख मरीज कैंसर से दम तोड़ रहे हैं
    • हर 28 शहरी महिला में एक स्तन कैंसर की चपेट में है
    • हर आठ मिनट में स्तन कैंसर से एक महिला का निधन हो रहा है
    • ज्यादातर मरीज थर्ड-फोर्थ स्टेज में अस्पताल पहुंच रहे हैं
    • कैंसर के प्रथम-सेकेंड स्टेज में 90 फीसद रिकवरी रेट
    • कैंसर के थर्ड स्टेज में 40 से 50 फीसद रिकवरी रेट
    • कैंसर के फोर्थ स्टेज में बीमारी को नियंत्रित करने के उपाए
    • माहवारी के एक हफ्ते बाद महिलाएं करें ब्रेस्ट सेल्फ एक्जामिनेशन

    कैंसर का कुल औसत

    महिलाओं में : स्तन कैंसर 24.5 फीसद, कोलोरेक्टम कैंसर 9.4 फीसद, फेफड़े का कैंसर 8.4 फीसद, सर्विक्स कैंसर 6.5 फीसद, थाॅयराइड कैंसर 4.9 फीसद, पेट का कैंसर 4 फीसद के करीब है। पुरुषों में : फेफड़े का कैंसर 14.3 फीसद, प्रोस्टेट कैंसर 14.1 फीसद, कोलोरेक्टम कैंसर 10.6 फीसद, पेट का कैंसर 7.1 फीसद, लिवर का कैंसर 6.3 फीसद, ब्लैडर का कैंसर 4.4 फीसद, आहार नली का कैंसर 4.2 फीसद के करीब है।