Dog Attack: कुत्ते ने काटा तो बेटे ने मां से बोला झूठ, घाव पर लगा दी मिर्च; पैर से तेजी से बह रहा था खून
लखनऊ के बलरामपुर और सिविल अस्पताल में एंटी रेबीज टीका लगवाने वालों की संख्या बढ़ रही है। खेलने और दुलार करने के दौरान कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं। हाल ही में आईसीएमआर की रिपोर्ट में रेबीज से होने वाली मौतों के आंकड़ों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। लोग प्रशासन से आवारा कुत्तों पर नियंत्रण करने की मांग कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में हरेक दिन एंटी रेबीज का टीका लगवाने 150 मरीज पहुंच रहे हैं। साथ ही सिविल अस्पताल में भी अक्सर एंटी रेबीज का टीका लगवाने वाले मरीजों की भीड़ देखने को मिल रही है।
बाहर सामान लेने व खेलने जा रहे बच्चों को कुत्ते गंभीर रूप से घायल कर रहे हैं। अस्पतालों में कई मरीज तो ऐसे आ रहे हैं, जिन्हें कुत्ते ने दुलार करने व खेलने के दौरान काटा है। कुत्ते के मालिकों के आश्वासन देने के बावजूद लोगों में डर बना हुआ है।
वहीं, हाल ही में जारी हुई आइसीएमआर- इंस्टीट्यूट आफ एपिडेमियोलाजी (एनआइई) चेन्नई की शोध में रेबीज से देशभर में 5700 मौतें प्रतिवर्ष होने के तथ्य सामने आए हैं, जिस कारण लोगों का कुत्तों के काटने से भयभीत होना लाजमी है।
मां के मना करने के बावजूद हम उम्र साथियों के साथ घर से बाहर खेलने गए बालागंज के 10 वर्षीय रवि को शुक्रवार देर शाम कुत्ते ने दौड़ाकर काट लिया, पैर से तेज ब्लड निकलने लगा। रवि की मां ने बताया कि पहले इसने डर के चलते कहा कि टिन से कटा है।
ब्लड नहीं बंद हो रहा था, तो घाव पर सिंदूर भर दिया। बाद में बहुत पूछने पर रवि ने बताया कि चार कुत्तों का झुंड था, कुत्ते ने दौड़ाया तो बाकी बच्चे भाग गए, जबकि एक कुत्ते ने रवि को गिराकर काट लिया। जब कुत्ते का काटना पता चला तो घाव पर मिर्च व हल्दी का लेप लगा दिया।
दर्द के कारण रवि रात भर आंह भरता रहा, सो नहीं सका। वहीं, अलीगंज के आठ वर्षीय चंदन को पतंग उड़ाने के दौरान कुत्ते ने कंधे पर काट लिया। घाव ज्यादा होने के चलते ब्लड नहीं बंद हो रहा था, निजी अस्पताल में ड्रेसिंग कराई तो खून बहना बंद हुआ।
चंदन की मां का कहना है कि मना करने पर भी बच्चे मानते कहां हैं। अब बच्चे के साथ अभिभावकों को भी भुगतना पड़ रहा है। मड़ियांव से बलरामपुर अस्पताल एंटी रेबीज का टीका लगवाने आए 40 वर्षीय राजाराम ने बताया कि अपने साले के यहां पालतू कुत्ते को दुलार कर रहे थे, तभी हाथ पर काट लिया।
साले ने बहुत आश्वासन दिया कि कुत्ते को समय पर टीका लगता है, लेकिन राजाराम ने कुत्ते के काटने से हो रही मौत की खबरों के डर से टीका लगवाना उचिन समझा।
यही नहीं, सिविल अस्पताल आए रायबरेली निवासी अर्जुन सिंह ने बताया कि उन्हें भी दुलार करने के दौरान पालतू कुत्ते ने काट लिया। निलमथा निवासी यश समेत कई टीका लगवाने वालों का कहना है कि प्रशासन को आवारा कुत्तों की जनसंख्या व उन्हें पकड़ने पर जोर देने की जरूरत है।
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