Dog Attack : यूपी के इन शहरों में हिंसक कुत्तों के लिए बनेंगे डाॅग केयर सेंटर; हेल्पलाइन नंबर भी होंगे जारी
Dog Attack कुत्तों के व्यवहार में हो रहे आक्रामक परिवर्तन पर शोध करने की आवश्यकता है। इसके लिए कुत्तों की उचित ढंग से देखभाल करने के साथ-साथ उनके निरीक्षण एवं व्यापक प्रशिक्षण की भी जरूरत है। नागरिकों के मन से ऐसे आक्रामक कुत्तों का भय निकालकर एक सुरक्षित वातावरण बनाए जाने के लिए डाग केयर सेंटर बनाए जाना आवश्यक हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ : कुत्तों के व्यवहार में हो रहे हिंसक परिवर्तन और उनके द्वारा काटे जाने की बढ़ती घटनाओं को लेकर योगी सरकार ने गंभीर रुख अपनाया है। सरकार ने हिंसक कुत्तों के लिए प्रदेश में 15 डाग केयर सेंटर बनवाने का निर्णय लिया है। इसके लिए नगर विकास विभाग ने आदर्श कार्यवाही प्रक्रिया (एसओपी) भी जारी कर दी गई है। इसके साथ ही अवैध पेट शाप को रोकने के लिए भी सख्ती की जाएगी।
नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कुत्ताें के व्यवहार में हो रहे हिंसक परिवर्तन एवं उनके काटे जाने की बढ़ती घटनाओं के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में प्रमुख सचिव ने बताया की कुछ स्थानों पर आवारा कुत्ते झुंड के रूप में लोगों पर हमला कर रहे हैं।
कुत्तों के व्यवहार में हो रहे आक्रामक परिवर्तन पर शोध करने की आवश्यकता है। इसके लिए कुत्तों की उचित ढंग से देखभाल करने के साथ-साथ उनके निरीक्षण एवं व्यापक प्रशिक्षण की भी जरूरत है। नागरिकों के मन से ऐसे आक्रामक कुत्तों का भय निकालकर एक सुरक्षित वातावरण बनाए जाने के लिए डाग केयर सेंटर बनाए जाना आवश्यक हैं।
प्रदेश में कुल 17 नगर निगम हैं। इनमें से लखनऊ में एनीमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर पहले से संचालित है। अयोध्या में एबीसी सेंटर बनना शुरू हो गया है। बाकी नगर निगमों में एबीसी सेंटर की स्थापना के लिए धनराशि भेज दी गई है।
इसमें अब विक्षिप्त, हिंसक व्यवहार वाले कुत्तों को नियंत्रित करने के लिए एक डाग केयर सेंटर की स्थापना भी की जाएगी। एबीसी सेंटर के तहत डाग केयर सेंटर की स्थापना के लिए उसी परिसर में अलग से 40 कुत्तों के लिए केंद्र बनाया जाएगा। इस परिसर में सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी।
इसके लिए प्रत्येक नगर निगम में आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी युक्त सेवाओं के साथ सक्षम पोर्टल सहित निश्शुल्क हेल्प लाइन की व्यवस्था की जाएगी, जिस पर सामान्य नागरिक आवारा अथवा पालतू कुत्तों के काटे जाने के संबंध में अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे।
केंद्र में उपचार के लिए लाए जाने वाले कुत्तों का प्रत्येक नगर निगम द्वारा एक मासिक डाटा तैयार करेगा। प्रमुख सचिव ने बताया कि बड़े शहरों में डाग केयर सेंटर बनाने के बाद अन्य शहरों में भी इसे बनाया जाएगा।
यहां बनेंगे डॉग केयर सेंटर
अलीगढ़, आगरा, कानपुर, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, प्रयागराज, फिरोजाबाद, बरेली, वृंदावन-मथुरा, मुरादाबाद, मेरठ, वाराणसी, शाहजहांपुर व सहारनपुर
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