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राज्यपाल रामनाईक के सख्त रुख के बाद गायत्री प्रसाद की बर्खास्तगी तय

यूपी राज्यपाल रामनाइक के पत्र में सख्त रुख के बाद मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की बर्खास्तगी तय मानी जा रही है। राज्यपाल ने उनके कैबिनेट में होने के औचित्य पर सवाल उठाया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 05 Mar 2017 03:36 PM (IST)Updated: Sun, 05 Mar 2017 06:59 PM (IST)
राज्यपाल रामनाईक के सख्त रुख के बाद गायत्री प्रसाद की बर्खास्तगी तय
राज्यपाल रामनाईक के सख्त रुख के बाद गायत्री प्रसाद की बर्खास्तगी तय

लखनऊ (जेएनएन)। पॉक्सो के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में नामजद मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के अभी तक मंत्री पद पर बने रहने से राज्यपाल राम नाईक बेहद खफा है। इसके साथ ही भगोड़ा मंत्री के अभी तक गिरफ्तार न होने को लेकर राज्यपाल राम नाईक ने आज मुख्यमंत्री को कड़ा पत्र लिखा है। 

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माना जा रहा है कि राज्यपाल राम नाईक के इस गंभीर पत्र के कारण अब गायत्री प्रसाद प्रजापति किसी भी पल बर्खास्त हो सकते हैं। प्रजापति के मामले पर गवर्नर राम नाईक की नजर टेढ़ी हो चुकी है। इस मामले में अभी तक मुख्यमंत्री की ओर से कोई भी प्रभावी कदम न उठाने से खफा राज्यपाल राम नाईक ने सीएम को पत्र लिखा।
राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर कहा है कि उच्चतम न्यायालय ने कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर एक महिला तथा उसकी नाबालिग पुत्री के साथ अपने साथियों सहित सामूहिक दुष्कर्म के आरोप को संज्ञान में लेते हुए गैर जमानती वारण्ट जारी किया है। इस प्रकार के मंत्री के कैबिनेट में बने रहने तथा उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से लोकतांत्रिक शुचिता, संवैधानिक मर्यादा के साथ ही साथ संवैधानिक नैतिकता का गम्भीर प्रश्न उत्पन्न होता है। 
राज्यपाल ने अपने पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के कैबिनेट में बने रहने के औचित्य पर अपने अभिमत से उन्हें शीघ्रातिशीघ्र अवगत करायें। नाईक ने कहा है कि मीडिया में आई खबरों के अनुसार फरार चल रहे उक्त कैबिनेट मंत्री के विदेश भाग जाने की आशंका को देखते हुए गृृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उनके विरूद्ध न केवल लुक आउट नोटिस जारी किया गया है अपितु पासपोर्ट प्राधिकारी ने उनका पासपोर्ट भी निलम्बित कर दिया है।
प्रजापति के राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर रहते हुए कथित रूप से कारित किया गया उपरोक्त आशय का अपराध एक नितान्त गंभीर प्रकृृति की घटना है। राज्यपाल ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि समाचार पत्रों व इलेक्ट्रानिक मीडिया के विभिन्न चैनलों से यह भी ज्ञात होता है कि स्वयं मुख्यमंत्री ने भी सार्वजनिक रूप से कहा है कि उक्त मंत्री/अभियुक्त प्रजापति को अविलम्ब आत्म-समर्पण कर देना चाहिए परन्तु जैसा कि ज्ञात होता है कि प्रजापति द्वारा अभी तक आत्म-समर्पण नहीं किया गया है अपितु वह लगातार फरार चल रहे हैं और उनके विदेश भाग जाने की आशंका है।
उन्होंने कहा है कि समाचार पत्रों में आई खबरों के अनुसार फरार चल रहे उक्त मंत्री/अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस द्वारा उनके विभिन्न ठिकानों पर लगातार छापेमारी भी की जा रही है।

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