UP Panchayat Chunav: चुनाव से पहले 11350 पंचायतों को ये सौगात देने जा रही योगी सरकार, 2 माह में ही मिल जाएगी सुविधा
उत्तर प्रदेश सरकार पंचायत चुनाव से पहले 11350 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने जा रही है। इसके लिए 454 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। प्रत्येक लाइब्रेरी पर लगभग चार लाख रुपये खर्च होंगे जिसका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करना और शिक्षा को सुलभ बनाना है। जिला कमेटियों को जल्द ही सामान खरीदने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले राज्य सरकार अधिक से अधिक ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित कर देने की तैयारी में है। इस तैयारी के तहत 11,350 ग्राम पंचायतों में दो माह के अंदर डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित कर देने के साथ ही अध्ययन के लिए खोल दिए जाने की तैयारी है। लाइब्रेरी के लिए गठित जिलों की कमेटी को एक माह के अंदर सामानों की खरीद का आर्डर दे देने के निर्देश दिए गए हैं।
पंचायती राज विभाग के निदेशक अमित कुमार सिंह के मुताबिक डिजिटल लाइब्रेरी के लिए मिले बजट में से 75 प्रतिशत धनराशि खर्च करने के साथ ही भारत सरकार से और बजट की मांग की जाएगी। जिससे अन्य पंचायतों में भी लाइब्रेरी बनाने का काम कराया जा सकेगा। अगले दो माह में 11,350 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी अध्ययन के लिए तैयार कर दी जाएंगी।
गौरतलब है कि इस योजना के तहत प्रदेश को 454 करोड़ मिले हैं, जिनसे 11,300 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। एक लाइब्रेरी की स्थापना पर करीब चार लाख रुपये खर्च होंगे। दो लाख रुपये से इंफ्रास्ट्रक्चर विकास यानी कंप्यूटर, कुर्सी-मेज तथा अन्य जरूरी सामानों की खरीद होगी। शेष दो लाख रुपये से नेशनल बुक ट्रस्ट की पुस्तकें खरीदी जाएंगी।
कौन सी पुस्तकें खरीदी जाएंगी यह जिला कमेटियां तय करेंगी। डिजिटल लाइब्रेरी योजना का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद पहुंचाना है। योजना से सूचना के डिजिटल भंडार को बनाने, छात्रों और शोधकर्ताओं को जानकारी आसानी से मिल सके इसमें मदद करने के साथ ही शिक्षा को अधिक सुलभ और आकर्षक बनाने में मदद मिलेगी।
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