यूपी के माध्यमिक स्कूलों में डिजिटल तरीके से भी होगी पढ़ाई, सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को मिले निर्देश
उत्तर प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में अब डिजिटल माध्यम से भी पढ़ाई होगी। इस संबंध में सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए ग ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश सरकार ने माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई और शिक्षकों के प्रशिक्षण को और बेहतर बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब सभी स्कूलों में डिजिटल पोर्टल और मोबाइल एप का नियमित और प्रभावी उपयोग अनिवार्य होगा। अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को विस्तृत निर्देश भेजे हैं, ताकि हर शिक्षक और विद्यार्थी नई तकनीक से जुड़कर सीख सके।
माध्यमिक शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों जैसे अध्यापन, शिक्षकों का प्रशिक्षण, गतिविधि-आधारित शिक्षण और आनलाइन सामग्री सबके लिए कई डिजिटल पोर्टल उपलब्ध हैं, लेकिन कई जिलों में शिक्षक और प्रधानाचार्य इनका उपयोग नहीं कर रहे थे। इससे पढ़ाई की गुणवत्ता प्रभावित हो रही थी।
इसी वजह से अब सभी स्कूलों में इन पोर्टलों का उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। इसके लिए (trackshiksha.in) वेबसाइट पर एक डैशबोर्ड बनाया गया है। इस डैशबोर्ड के उपयोगी एप्स, शिक्षक के लिए पोर्टल और विद्यार्थी के विकल्प से सभी पोर्टलों के लिंक आसानी से डाउनलोड किए जा सकते हैं।
इसमें दीक्षा, ई-पाठशाला, स्वयं, एनडीएलआई, एनआरओईआर, जिज्ञासा, एनसीईआरटी बुक्स, स्टेम एकेडमी, लोटस लर्निंग जैसे उपयोगी एप शामिल किए गए हैं। सभी जिला विद्यालय निरीक्षक से कहा गया है कि डैशबोर्ड का लिंक सभी राजकीय, सहायता प्राप्त और स्ववित्तपोषित माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को वाट्सएप और ईमेल के माध्यम से भेजें।
छात्रों को भी प्रेरित किया जाए कि वे इन पोर्टलों की सामग्री का उपयोग करें। सभी स्कूल नोटिस बोर्ड और स्टाफ रूम में इन पोर्टलों की सूची का रंगीन प्रिंट चस्पा करें, ताकि शिक्षक और छात्र दोनों आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकें। प्रधानाचार्य अपने सभी शिक्षकों को यह लिंक भेजें और तय करें कि किस कक्षा में किस पोर्टल का उपयोग होगा।
अध्यापन में आनलाइन सामग्री, प्रतियोगिताएं, गतिविधियां और प्रशिक्षण को नियमित रूप से शामिल किया जाए। निर्देश में यह भी कहा गया है कि सभी जिलों को 15 दिसंबर तक पूरी कार्यवाही कराकर उसकी रिपोर्ट महानिदेशक, स्कूल शिक्षा को भेजनी होगी।इन पोर्टलों के उपयोग से छात्रों को बेहतर और रोचक अध्ययन सामग्री मिलेगी।
शिक्षक नई तकनीक और नए तरीके सीख सकेंगे। कक्षा में गतिविधि-आधारित सीखने को बढ़ावा मिलेगा। डिजिटल सामग्री से पढ़ाई आसान और समझने योग्य बनेगी। इससे पूरे प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी और विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा पद्धति का लाभ मिलेगा।
इस एप का करना होगा उपयोग-
- दीक्षा: यह एप छात्रों और शिक्षकों के लिए पढ़ाई और प्रशिक्षण से जुड़ी बहुत सारी सामग्री देता है। इस पर वीडियो, नोट्स, क्विज और अभ्यास उपलब्ध है।
- ई-पाठशाला: एनसीईआरटी की सभी किताबें और डिजिटल सामग्री यहां मिलती है। छात्र कहीं भी बैठकर पुस्तकें पढ़ सकते हैं।
- स्वयं: यह पोर्टल आनलाइन कोर्स के लिए है। शिक्षक भी अपने प्रशिक्षण के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं।
- एनडीएलआई: नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी आफ इंडिया एक डिजिटल लाइब्रेरी है जिसमें लाखों किताबें, लेख और अध्ययन सामग्री उपलब्ध है।
- एनआरओईआर: नेशनल रीपोजिटरी आफ ओपन एजुकेशनल रिसोर्सेस पर इस पोर्टल पर तस्वीरें, वीडियो, किताबें और अन्य सीखने वाली सामग्री आसान भाषा में मिलती है।
- जिज्ञासा: विज्ञान से जुड़ी पढ़ाई को रोचक बनाने वाला पोर्टल। इसमें विज्ञान के प्रयोग, प्रोजेक्ट और जानकारी उपलब्ध है।
- एनसीईआरटी बुक्स: एनसीईआरटी की सभी कक्षाओं की किताबें इस पोर्टल पर मिलती हैं। यह पढ़ाई के लिए सबसे विश्वसनीय स्रोत है।
- स्टेम एकेडमी: इस एप में विज्ञान, तकनीक, गणित और इंजीनियरिंग से जुड़ी गतिविधियां और सीखने के तरीके उपलब्ध हैं।
- लोटस लर्निंग: यह एप छात्रों को आसान भाषा में समझाने वाली डिजिटल सामग्री देता है। इसमें चैप्टर-वार वीडियो और अभ्यास सामग्री होती है।

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