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    महापुरुषों की विरासत से प्रेरित विकासः योगी सरकार ने की नई योजनाओं की घोषणा

    Updated: Wed, 05 Mar 2025 07:54 PM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट पर चर्चा के दौरान कई महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा की। ये योजनाएं न केवल आर्थिक प्रगति को गति देने वाली हैं बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के उत्थान और ऐतिहासिक विरासत के संरक्षण का भी माध्यम बनने जा रही हैं। प्रदेश सरकार ने इन योजनाओं को महापुरुषों के नाम समर्पित किया है ताकि उनके योगदान को चिरस्थायी बनाया जा सके।

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    बजट में एक साथ 10 नई योजनायें शुरू कर महापुरुषों को किया समर्पित

    लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट पर चर्चा के दौरान कई महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा की। ये योजनाएं न केवल आर्थिक प्रगति को गति देने वाली हैं, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के उत्थान और ऐतिहासिक विरासत के संरक्षण का भी माध्यम बनने जा रही हैं। प्रदेश सरकार ने इन योजनाओं को महापुरुषों के नाम समर्पित किया है, ताकि उनके योगदान को चिरस्थायी बनाया जा सके। योगी सरकार का यह कदम एक ओर जहाँ महापुरुषों से प्रेरणा लेकर विरासत और विकास को साथ लेकर चलने की नीति को पुष्ट करती है तो राजनीतिक दृष्टिकोण से भी गहरे अर्थों वाली हैं। इन योजनाओं से विभिन्न वर्गों को लाभ तो मिलेगा ही और प्रदेश की सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक व औद्योगिक प्रगति को गति भी मिलेगी। करीब 10 ऐसी योजनाओं को महापुरुषों को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर और समरस समाज की दिशा में एक नई ऊंचाई प्रदान करेगी। इन योजनाओं से कृषि, उद्योग, शिक्षा और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में संतुलित विकास सुनिश्चित होगा, जिससे रोजगार सृजन, महिला सशक्तिकरण और बौद्धिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

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    माता शबरी के नाम पर कृषि मंडियों में कैंटीन और विश्रामालय

    माता शबरी भक्ति और समर्पण का प्रतीक हैं, जिन्होंने भगवान श्रीराम को प्रेमपूर्व क बेर अर्पित किए थे। उनके नाम पर कृषि मंडियों में कैंटीन और विश्रामालय की स्थापना से किसानों और श्रमिकों को सस्ते दर पर भोजन व आराम की सुविधा मिलेगी, जिससे उनकी कार्य क्षमता और जीवन स्तर बेहतर होगा। इससे पहले सरकार ने अयोध्या में भी शबरी के नाम पर भोजनालय स्थापित किया है।

    सरदार पटेल के नाम पर जनपदीय आर्थिक क्षेत्र

    हर परिवार से न्यूनतम एक व्यक्ति को रोजगार से जोड़ने का बड़ा लक्ष्य लेकर काम कर रही सरकार ने 2025-26 के बजट में युवाओं के लिए जनपदीय आर्थिक क्षेत्र रोजगार ज़ोन के रूप में बड़ा एलान किया है। मुख्यमंत्री ने इसके बारे में भी विधान सभा को जानकारी दी और कहा कि प्रत्येक जनपद की विशेषताओं और सम्भावनाओं को ध्यान में रखते हुए 100 एकड़ में PPP मॉडल पर इसका विकास किया जाएगा यह अनूठी पहल देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल को समर्पित किया जा रहा है।

    पुण्यश्लोका माता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर श्रमजीवी महिलाओं के लिए हॉस्टल

    योगी सरकार ने कामकाजी महिलाओं के लिए बड़े शहरों में आवासीय व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वर्किंग वुमेन हॉस्टल बनाने जा रही है। यह हॉस्टल वाराणसी, मेरठ, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर नगर, झांसी और आगरा में होंगे। पराधीनता काल में सांस्कृतिक पुनर्जागरण की अग्रदूत रहीं अहिल्याबाई नारी शक्ति का अप्रतिम उदहारण हैं। पाल समाज के लिए विशेष रूम से आदरणीय माता अहिल्याबाई होल्कर ने गरीबों और महिलाओं के उत्थान के लिए भी कई कदम उठाए। इस वर्ष उनके 300वें जयंती वर्ष में सम्मानस्वरुप सरकार की ओर से श्रमजीवी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाने की घोषणा की गई गई है। यह योजना कामकाजी महिलाओं को सुरक्षित और सुलभ आवास प्रदान करेगी, जिससे वे आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ सकेंगी।

    महारानी लक्ष्मीबाई के नाम पर मेधावी छात्राओं को स्कूटी योजना

    रानी लक्ष्मीबाई भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की अमर वीरांगना थीं, जिन्होंने अपनी वीरता से इतिहास रचा। उनके नाम पर मेधावी बालिकाओं को स्कूटी प्रदान करने की योजना शुरू की गई है, जिससे छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सुविधा मिलेगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगी।

    संत कबीरदास के नाम पर सीएम मित्र पार्क योजना (10 टेक्सटाइल पार्क)

    संत कबीरदास जाति-धर्म से ऊपर उठकर मानवता और श्रम की महत्ता का प्रचार करने वाले महान संत थे। उनके नाम पर स्थापित 10 टेक्सटाइल पार्क प्रदेश के कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देंगे, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और उत्तर प्रदेश का टेक्सटाइल सेक्टर नई ऊंचाइयों को छुएगा। इसके पहले लखनऊ - हरदोई में निर्माणाधीन पीएम मित्र पार्क को भी योगी कैबिनेट ने संत कबीर को ही समर्पित किया था।

    चर्मोद्योग पार्क – संत रविदास के नाम पर

    संत रविदास समाज में समानता और श्रम की प्रतिष्ठा के पक्षधर थे। उनके नाम पर प्रदेश में दो लेदर पार्क स्थापित किए जाएंगे, जिनमें से एक आगरा में होगा। यह योजना चर्म उद्योग को नई दिशा देने के साथ-साथ हजारों कारीगरों और श्रमिकों को रोजगार प्रदान करेगी।

    लखनऊ में सीड पार्क भारत रत्न चौधरी चरण सिह के नाम पर

    भारतरत्न से अलंकृत पूर्व प्रधानमन्त्री चौधरी चरण सिह किसानों के मसीहा थे, जिन्होंने हमेशा कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उनके नाम पर लखनऊ में सीड पार्क स्थापित किया जाएगा, जिससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज और कृषि संबंधी संसाधन उपलब्ध होंगे। इससे प्रदेश की कृषि उत्पादकता को नई गति मिलेगी।

    नगरीय क्षेत्रों में पुस्तकालय – भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर

    भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मशताब्दी वर्ष माना रही सरकारने अटल जी के नाम पर प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में पुस्तकालय बना ने के लिए भी बजटीय प्रावधान किया है।

    भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर समाज कल्याण छात्रावास पुनर्निर्माण एवं नव निर्माण योजना

    बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर भारतीय संविधान के निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रबल समर्थक थे। उनके नाम पर समाज कल्याण छात्रावासों के पुनर्निर्माण और नव निर्माण की योजना से दलित, पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों को शिक्षा में सहायता मिलेगी।

    धरती आबा बिरसा मुंडा को समर्पित दो जनजातीय संग्रहालय

    धरती आबा भगवान् बिरसा मुंडा के 150वें जन्मवर्ष को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मना रहे सरकार ने अब मीरजापुर और सोनभद्र में उनके नाम पर दो जनजातीय संग्राहालय स्थापित करने की योजना बनाई है, इसके लिए नए वित्तीय बजट में धनराशि का प्रावधान किया गया है। मालूम हो कि बिरसा मुंडा को जनजातीय समाज भगवान के रूप में पूजता रहा है।