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    द‍िल्‍ली ब्‍लास्‍ट मामले में डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी के बाद सामने आया प‍िता का पहला र‍िएक्‍शन, क‍िया ये बड़ा दावा

    By Ayushman PandeyEdited By: Vinay Saxena
    Updated: Tue, 11 Nov 2025 04:03 PM (IST)

    फरीदाबाद से डॉक्टर शाहीन की गिरफ्तारी के बाद लखनऊ में उनके परिवार पर जैसे वज्रपात हो गया। लालबाग स्थित उनके आवास और डालीगंज में पुराने घर पर पुलिस की हलचल से पूरा इलाका चर्चा में है। शाहीन के पिता ने जब अपनी बेटी की गिरफ्तारी की खबर सुनी, तो पहले तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ।

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    जागरण संवाददाता, लखनऊ। फरीदाबाद से डॉक्टर शाहीन की गिरफ्तारी के बाद लखनऊ में उनके परिवार पर जैसे वज्रपात हो गया। लालबाग स्थित उनके आवास और डालीगंज में पुराने घर पर पुलिस की हलचल से पूरा इलाका चर्चा में है। शाहीन के पिता ने जब अपनी बेटी की गिरफ्तारी की खबर सुनी, तो पहले तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ। वे बार-बार यही कहते रहे – “मेरी बेटी डॉक्टर है, उसने जिंदगी लोगों की सेवा में लगाई, मुझे नहीं लगता वह किसी गलत काम में शामिल हो सकती है।”

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    खंदारी बाजार के पुराने घर में पसरा सन्नाटा

     

    डॉक्टर शाहीन मूल रूप से लखनऊ के खंदारी बाजार स्थित मकान नंबर 121 में अपने परिवार के साथ रहती थीं। यही उनका पुश्तैनी घर है। मोहल्ले के लोग बताते हैं कि परिवार पढ़ा-लिखा और शांत स्वभाव का है। पिता रिटायर्ड कर्मचारी हैं, जबकि बड़ा बेटा शोएब परिवार के साथ यहीं रहता है। पड़ोसी बताते हैं कि शाहीन कई साल पहले ही लखनऊ छोड़ चुकी थीं। वे पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी के सिलसिले में फरीदाबाद चली गई थीं। कुछ साल पहले उनकी शादी महाराष्ट्र के एक युवक से हुई थी। तब से वे वहीं रह रही थीं।

    मोहल्ले में जब फरीदाबाद से शाहीन की गिरफ्तारी की खबर आई, तो सब हैरान रह गए। कोई यकीन करने को तैयार नहीं था कि वही शाहीन, जो पढ़ाई में अव्वल थी और हमेशा डॉक्टर बनने का सपना देखती थी, किसी विवाद या जांच के दायरे में आ सकती है। परिवार के अनुसार, शाहीन बचपन से ही मेहनती और संवेदनशील स्वभाव की थीं। उन्हें इलाज और सेवा का जुनून था। पिता ने बताया कि शाहीन को डॉक्टर बनने की प्रेरणा बचपन में तब मिली थी जब उनकी मां बीमार हुई थीं। उस समय डॉक्टरों की सेवा देखकर उन्होंने निश्चय किया था कि वे भी डॉक्टर बनेंगी।


    दिल्ली में कर चुकी है काम

     

    पिता ने कहा, “शाहीन पढ़ाई में बहुत तेज थी। इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज से पास होने के बाद उसने कुछ समय दिल्ली में काम किया, फिर फरीदाबाद में स्थायी नौकरी मिल गई। वह हमेशा परिवार से जुड़ी रहती थी, लेकिन काम के कारण सालों से लखनऊ नहीं आ सकी।

     

    छोटे भाई परवेज के घर पर भी छापेमारी

     


    फरीदाबाद में शाहीन की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियों ने मंगलवार सुबह शाहीन के छोटे भाई परवेज के घर पर छापेमारी की। यह छापेमारी डालीगंज क्षेत्र में स्थित उनके आवास पर हुई। पुलिस टीम ने घर की तलाशी ली, हालांकि देर शाम तक किसी तरह की बरामदगी या गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी।

    परिवार के लोग बताते हैं कि परवेज का किसी भी तरह का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। वह स्थानीय स्तर पर कारोबार करता है और शांत स्वभाव का युवक है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी एहतियाती कार्रवाई के तहत की गई, ताकि किसी भी संभावित साक्ष्य को सुरक्षित किया जा सके।


    'शाहीन को फंसाया जा रहा है'

     

    शाहीन के पिता ने मीडिया से बातचीत में अपनी बेटी की बेगुनाही का दावा किया। उन्होंने कहा कि शाहीन ने हमेशा कानून का पालन किया और अपने काम में ईमानदारी दिखाई। “हमारे परिवार का कभी किसी विवाद से नाता नहीं रहा। शाहीन ने जीवन भर मेहनत की है। वह बचपन से ही दूसरों की मदद करती आई है। मुझे नहीं लगता कि वह किसी गलत गतिविधि में शामिल हो सकती है। उसे फंसाया जा रहा है।”

     

    पिता की आवाज में दर्द और चिंता साफ झलक रही थी। वे कहते हैं, “मेरी बेटी डॉक्टर है, उसने कई जिंदगियां बचाई हैं। आज उसी पर सवाल उठ रहे हैं, ये बात समझ से परे है।”