Delhi Blast: डॉ. शाहीन ने रची साजिश, पासपोर्ट में नहीं दिया पिता-भाई का पता; सामने आया नया एड्रेस
दिल्ली में हुए धमाके की साजिश डॉ. शाहीन ने रची थी। उसने पासपोर्ट में अपने पिता और भाई का पता नहीं दिया था। जांच में एक नया पता सामने आया है, जिसकी पड़ताल की जा रही है। गलत जानकारी देने से उस पर शक गहराता है।

डॉ. शाहीन ने पासपोर्ट में षड्यंत्र के तहत दर्ज कराया था लखनऊ का पता।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। आतंकी माड्यूल से जुड़ी डॉ. शाहीन बेहद शातिर है। उसे अपनी करतूत का पता था और भविष्य में वह कहीं फंसे न इसकी भी उसे पूरी चिंता थी। परिवार के सदस्यों से दूरी बनाने के पीछे भी इसे ही एक बड़ा मकसद माना जा रहा है। डॉ. शाहीन ने अपने पासपोर्ट में लखनऊ निवासी अपने पिता व भाई डॉ. परवेज अंसारी का स्थायी पता भी नहीं दर्ज कराया था।
सूत्रों के अनुसार डॉ. शाहीन ने अपना पासपोर्ट भाई डॉ परवेज के इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के कैंपस में अलॉट मकान के पते पर बनाया था। जबकि पासपोर्ट में अपना अस्थायी पता फरीदाबाद का दर्ज कराया था। साफ है कि वह अपनी गतिविधियों को शुरू से छिपाने का प्रयास कर रही थी। एटीएस अब इसे लेकर भी छानबीन कर रहा है।
डॉ. शाहीन की ट्रैवेल हिस्ट्री जांच में सामने आया है कि 2013 में कानपुर में नौकरी छोड़ने के बाद वह थाईलैंड गई थी। जबकि वर्ष 2021 से पहले डॉ. परवेज तीन वर्ष मालदीव में रहा था। दोनों की विदेश यात्राओं व इस दौरान उनकी गतिविधियों को लेकर छानबीन जारी है।
यह भी सामने आया है कि अगस्त माह में डॉ. शाहीन लखनऊ आई थी और उस दौरान भाई डा.परवेज को लेकर कानपुर गई थी। वहीं, डॉ. परवेज के इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से से जुड़े दस्तावेजों की भी गहनता से पड़ताल की जा रही है। उसकी कार्यशैली को भी देखा जा रहा है।
यह भी सामने आया है कि अपनी नौकरी के शुरुआती वर्षों में डॉ. परवेज लगातार रात की ड्यूटी को प्राथमिकता देता था। उसके ड्यूटी रोस्टर से भी इसके प्रमाण मिले हैं। एटीएस अधिकारियों को संदेह है कि वह ऐसा खास इरादे से करता था।
ताकि दिन के समय वह कट्टरपंथियों से मिलने वाले टास्क पर काम कर सके। रात्रि की ड्यूटी महज संयोग थी या षड्यंत्र के तहत डॉ. परवेज ऐसा करता था, इसकी तक तक पहुंचने के लिए जांच एजेंसियां कई अन्य बिंदुओं को भी देख रही हैं।
डा.शाहीन व डॉ. परवेज के करीबियों को लेकर भी लगातार छानबीन की जा रही है। उनके साथ जुड़े रहे कई अन्य डॉक्टर अभी संदेह के घेरे में हैं। कई की गतिविधियों व संपर्कों को लेकर भीतरखाने छानबीन जारी है।
एटीएस की लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर, हापुड़ व अन्य स्थानों पर छानबीन जारी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस व यूपी एटीएस की संयुक्त छानबीन के दौरान सामने आए तथ्यों से फरीदाबाद में पकड़ी गई डॉ. शहीन के लखनऊ निवासी छोटे भाई डॉ. परवेज शाहिद अंसारी पर संदेह गहराया था।
शुरुआती जांच में डॉ.परवेज के भी कट्टरपंथी होने की पुष्टि हुई थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस डॉ. परवेज को अपने साथ फरीदाबाद ले गई थी।

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