खुद को डूडा अधिकारी बता फ्लैट दिलाने के नाम पर ठगी, CRPF दारोगा-इंस्पेक्टर के फर्जी दस्तावेजों के साथ 2 गिरफ्तार
पुलिस ने डूडा अधिकारी बनकर फ्लैट दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी सीआरपीएफ दारोगा और इंस्पेक्टर के फर्जी दस्तावेज इस्तेमाल करते थे। उन्होंने कई लोगों से फ्लैट दिलाने के नाम पर पैसे लिए और बाद में गायब हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

संवाद सूत्र, लखनऊ। खुद को जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) का अधिकारी बताकर मासूम लोगों को कांशीराम शहरी आवास योजना में फ्लैट दिलाने के नाम पर ठगने वाले दो आरोपितों को पारा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके पास से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) दारोगा और इंस्पेक्टर के कुल छह कूटरचित पहचान पत्र, तीन आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड भी बरामद किए हैं। दोनों के पास से पुलिस का मोनोग्राम लगी एक स्कार्पियो भी मिली है।
पारा इंस्पेक्टर ने क्या बताया?
पारा इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि 21 मार्च को हंसखेड़ा की न्यू कांशीराम कालोनी निवासी चांदनी सोनकर ने विनोद सोनकर, सुषमा सोनकर, जय प्रकाश उपाध्याय, केडी शर्मा के खिलाफ योजना में मकान दिलाने के नाम पर दो लाख रुपये ठगने का आरोप लगाते हुए पारा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
शनिवार को पुलिस ने सुलतानपुर के चांदा निवासी जय प्रकाश उपाध्याय, पारा के कांशीराम कालोनी निवासी विनोद सोनकर को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास आवासीय योजना की सदरौना, गहरू, पारा, लौलाई की कूटरचित सूची भी बरामद हुई है।

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