कर्नल की मां को दो दिन डिजिटल अरेस्ट रखा, मुंबई में केस दर्ज होने का डर दिखाकर डेढ़ लाख ऐंठे
लखनऊ में एक कर्नल की 76 वर्षीय मां विजय लक्ष्मी को साइबर ठगों ने मुंबई में मुकदमा दर्ज होने का डर दिखाकर दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। उनसे डेढ़ लाख रुपये ठग लिए गए। विजय लक्ष्मी को मुंबई क्राइम ब्रांच का बताकर फोन आया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। मुंबई में दर्ज मुकदमे में जेल भेजने का डर दिखाकर कर्नल की 76 वर्षीय मां विजय लक्ष्मी को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। डर दिखाकर कर डेढ़ लाख रुपये ऐंठ लिए। इसके बाद फिर रकम मांगी तो शक हुआ, तो कर्नल बेटे को आपबीती बताई। उन्होंने ठगी की जानकारी होने पर हजरतगंज थाने मुकदमा दर्ज कराया है। सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी) हजरतगंज विकास जायसवाल ने बताया कि साइबर क्राइम सेल की मदद से जांच की जा रही है।
एसीपी ने बताया कि विजय लक्ष्मी मदन मोहन मालवीय मार्ग स्थित गुलमोहर अपार्टमेंट में रहती हैं। उनका बेटा शांतनु रस्तोगी सेना में कर्नल है। विजय लक्ष्मी के मुताबिक तीन जुलाई को उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह मुंबई क्राइम ब्रांच से बोल रहा है। उसने कहा कि अंधेरी पुलिस स्टेशन पर आपके मोबाइल नंबर के आधार पर मुकदमा दर्ज है। इसके बाद दूसरे नंबर से वीडियो कॉल की गई।
उसने बताया कि आपके मोबाइल नंबर का प्रयोग अपराधिक घटना में किया गया है। किसी भी समय आपकी गिरफ्तारी की जा सकती है। विजय लक्ष्मी ने बताया कि वह डर गई। इसके बाद जालसाजों के बताए गए खातों में दो बार में डेढ़ लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद भी जालसाज रुपयों की मांग कर रहे थे। एकाएक उन्होंने फोन काटकर अपने परिचित को सूचना दी।
परिचित ने बताया कि साइबर फ्रॉड हुआ है। फिर घटना की जानकारी बेटे को दी। विजय लक्ष्मी ने बताया कि वह बेहद डरी हुई थी। बेटे ने ढाढस बंधाते हुए शांत कराया। इसके बाद बेटा आया तब उसने हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी। एसीपी ने बताया कि साइबर जालसाजों के मोबाइल नंबर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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