Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कसाइयों को गाय सौंपने वाले न करें मिल्क प्लांट की चिंता, अखिलेश के आरोप पर धर्मपाल सिंह का पलटवार

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 09:38 AM (IST)

    पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने अखिलेश यादव के काऊ मिल्क प्लांट वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि सपा सरकार में पशुपालकों की दुर्गति हुई। योगी सरकार कन्नौज प्लांट को जल्द शुरू करेगी, जिसके लिए एनडीडीबी से समझौता हुआ है। उन्होंने कहा कि सपा ने पराग डेयरी को बीमारू बना दिया था, जिसे अब सुधारा जा रहा है और किसानों को दूध का भुगतान समय पर हो रहा है।

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा काऊ मिल्क प्लांट को लेकर दिए गए बयान पर जवाब दिया है। मंत्री ने कहा कि गाय को कसाइयों के हाथ सौंपने वाली सपा के मुखिया का काऊ मिल्क प्लांट के संबंध में बयान हास्यास्पद है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पशुपालकों की सर्वाधिक दुर्गति उनके ही शासनकाल में हुई थी। डेरी सेक्टर को बर्बाद करने वाली सपा के प्रमुख घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें। योगी सरकार इसी वित्तीय वर्ष में कन्नौज स्थित काऊ मिल्क प्लांट को चालू करने जा रही है।

    बुधवार को सपा प्रमुख ने पराग की बदहाली और काऊ मिल्क प्लांट के बंद होने को लेकर प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए थे। इसके जवाब में गुरुवार को पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री ने कहा कि सपा का यह आरोप कि भाजपा ने बजट न देकर प्लांट को बंद कर दिया, पूरी तरह तथ्यों से परे हैं।

    सपा की सरकार में कुप्रबंधन के कारण प्लांट बंद हुआ था। भाजपा सरकार ने इसे न केवल संरक्षित किया, बल्कि जून 2025 में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के साथ एमओयू साइन कर इसे फिर से चालू करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।

    गोरखपुर, कानपुर और कन्नौज के डेयरी प्लांट्स सहित अंबेडकरनगर की पशु आहार निर्माणशाला के संचालन के लिए यह एमओयू किसानों की आय दोगुणा करने और दुग्ध उत्पादन को मजबूत बनाने का माध्यम बनेगा।

    उन्होंने कहा कि सपा सरकार की लापरवाही का सबसे बड़ा उदाहरण पराग डेयरी है। सपा शासनकाल में इसे ‘बीमारू’ घोषित कर दिया गया। योगी सरकार बनने के बाद इसे लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। दुग्ध संघ घाटे से उबर रहे हैं और किसानों को समय पर उनके दुग्ध मूल्य का भुगतान हो रहा है।