Covid-19 Booster Dose: अब 18+ को भी मुफ्त में लगेगी बूस्टर डोज, केंद्र सरकार फैसले पर यूपी ने शुरू की तैयारी
Covid-19 Booster Dose कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में वैक्सीन की सतर्कता डोज लगवाने में 18 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्क दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। यूपी में अभी मात्र पांच प्रतिशत लोगों ने ही सतर्कता डोज लगवाई है।

Corona Vaccination: लखनऊ, जेएनएन। कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। अब देश में 18 वर्ष से ऊपर के सभी वयस्कों को भी कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज मुफ्त में लगाई जाएगी। अब तक केवल 60 वर्ष या उससे ऊपर के वयस्कों को ही ये सुविधा मिल रही थी। केंद्र के इस निर्णय के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में वैक्सीन की सतर्कता डोज लगवाने में 18 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्क दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कुल 14.74 करोड़ वयस्कों में से शत-प्रतिशत ने टीके की पहली और 14.40 करोड़ यानी 97.6 प्रतिशत वयस्कों ने वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगवा ली है। दूसरी डोज लगवाने के छह महीने बाद सतर्कता डोज लगवाई जा सकती है। ऐसे में 7.40 करोड़ वयस्क इसके पात्र हैं, लेकिन टीका 36.61 लाख यानी पांच प्रतिशत ने ही लगवाया है।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. अजय घई की ओर से निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि अब दूसरी डोज व सतर्कता डोज के बीच तय की गई नौ महीने की समय सीमा घटाकर छह महीने कर दी गई है। ऐसे में वह अपने संसाधनों को और बढ़ाएं।
टीके की पहली व दूसरी डोज तो मुफ्त लगाई जा रही है लेकिन सतर्कता डोज लगवाने के लिए 384 रुपये शुल्क देना पड़ रहा है। ऐसे में फीस चुकाकर टीका लगवाने में लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। अगर कोई दिलचस्पी दिखा भी रहा है तो टीका लगाने के लिए केंद्र भी अधिक नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश में कुल 4,231 टीकाकरण केंद्रों में से 4,162 केंद्र सरकारी अस्पतालों में और मात्र 69 केंद्र प्राइवेट अस्पतालों में हैं। प्राइवेट अस्पताल टीकाकरण अभियान में शुरुआत से ही बेरुखी दिखा रहे हैं। यही कारण है कि सतर्कता डोज बहुत सुस्त गति से लगाई जा रही है।
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